राजस्थान पत्रिका में जिला चिकित्सालय के रक्त संग्रहण केंद्र में रक्त की अपर्याप्तता को लेकर के शृंखलाबद्ध समचार प्रकाशित किए गए। 18 मई के अंक में 'हिण्डौन अस्पताल में रक्त की कमी, रिजर्व मोड पर रक्त संग्रहण केंद्र ' 20 मई को ' करौली से नहीं मिली आपूर्ति रक्त संग्रहण केद्र रीता' शीर्षक से प्रमुखता से समचार प्रकाशित किए थे।
इस पर करौली ब्लड बैंक से 10 दिन से रक्त आपूर्ति की बाट जोह रहा चिकित्सालय प्रशासन हरकत में आया और द्वितीय मदर ब्लड बैंक जयपुरिया अस्पताल को 20 मई को 70 यूनिट की रक्त की मांग का पत्र लेकर सरकारी वाहन से लैब के तकनीशियन योगेंद्र कुमार वर्मा को जयपुर भेजा। इसके लेकर पत्रिका ने 21 मई को ' अब जयपुर से आएगा रक्त, मांग पत्र लेकर भेजा कर्मचारी ' शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया। शुक्रवार को देर रात जयपुरिया अस्पताल की ब्लड बैंक कर्मचारी के रक्त लेकर लौटने पर शनिवार को बैग्स को ब्लड ग्रुप क्रम में रेफ्रिजरेट में रखा गया। इस दौरान रक्त संग्रहण केंद्र प्रभारी बच्चूसिंह धाकड़,योगेन्द्र वर्मा, अनिल शर्मा व विवेकानंद गर्ग मौजूद रहे।
दो वर्ष पहले मिली जयपुर से सम्बद्धता-
मदर ब्लड बैंक करौली से नियमित व मांग के अनुरूप रक्त की आपूर्ति नहीं मिलने से रक्त सग्रहण के न्द्र को जयपुर के जयपुरिया अस्पताल की ब्लड बैंक से सम्बद्ध किया गया।
मदर ब्लड बैंक करौली से नियमित व मांग के अनुरूप रक्त की आपूर्ति नहीं मिलने से रक्त सग्रहण के न्द्र को जयपुर के जयपुरिया अस्पताल की ब्लड बैंक से सम्बद्ध किया गया।
प्रयोगशाला प्रभारी कमलजीत सिंह ने बताया कि बेनीप्रसाद रुकमणी देवी जयपुरिया अस्पताल से वर्ष 2020 में 10 अक्टूबर के पहली बाहर 80 यूनिट रक्त की आपूर्ति हुई थी। इस वर्ष जनवरी से अब तक पांच माह में जयपुरिया अस्पताल से पांच वार में 268 यूनिट रक्त की आपूर्ति मिल चुकी है। जबकि करौली से ब्लड बैंक से दो बार में 22 यूनिट ही रक्त मिला है।