कस्बे मे सडक मार्गो पर हो रहे अतिक्रमणों को लेकर नगरपालिका व सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा अतिक्रमियों को नोटिस जारी किए थे। इन नोटिस में अतिक्रमण हटाने को कहा गया था। नोटिस के बाद भी कई दबंगों ने अतिक्रमण नहीं हटाए। इस पर अतिक्रमण को जेसीबी के जरिए से ध्वस्त करने की कार्रवाई की गई। जेसीबी से अतिक्रमण हटते देख कर आगे के लोगों ने खुद अतिक्रमण हटाना शुरू कर दिया।
अतिक्रमण हटाने के साथ शीघ्र शुरू हो निर्माणकस्बेवासियों की मांग है कि सडक पर से अतिक्रमण हटाने के बाद जल्दी ही सड़क व नाली का निर्माण शुरू करा दिया जाए। वरना जिन स्थानों से अतिक्रमण हटाए गए हैं वहां फिर अतिक्रमण हो जाएंगे। अभी भी अतिक्रमण हटाने के नालियों में मलबा जमा हुआ है और पानी का निकास रुक गया है। इससे गंदा पानी मुख्य सड़क पर जमा होने की नौबत आ रही है।
अतिक्रमण हटवाकर नही हटाया मलवा। प्रशासन के द्वारा जेसीबी के माध्यम से अतिक्रमण हटाकर के मलबे को उचित स्थान से नही हटाया जा रहा है। ऐसे में प्रशासन की लापरवाही के चलते मुख्य सडक मार्ग पर जगह जगह पर मलबे के ढेर लग गए हैं। इससे वाहन चालकों व आम राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड रहा है।
सरकारी जमीन को लेकर प्रशासन मौन कस्बे में मुख्य सडक मार्ग के दोनों ओर सिंचाई विभाग की जमीन है। इस पर अतिक्रमण काफी हो रहे हैं। इस अतिक्रमण को लेकर सिंचाई विभाग के अधिकारी मौन हैं। साथ ही सार्वजनिक निर्माण विभाग,राजस्व विभाग व नगरपालिका प्रशासन की ओर से भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। कस्बे के लोगों ने पहले भी पुलिस थाना से सपोटरा मोड़ तक सडक मार्ग के दोनों ओर सिंचाई विभाग की जमीन से अतिक्रमण हटवाने की मांग प्रशासन से की थी। लेकिन प्रशासन की अनदेखी के चलते ये कब्जे नहीं हटे हैं। गौरतलब है कि
सपोटरा कस्बे में सिंचाई विभाग की पुरानी गैर मुमकिन नहर खसरा नम्बर 264 व 266 पर कस्बे के प्रभावशाली लोगों द्वारा अतिक्रमण किया हुआ है लेकिन प्रशासन की ओर से सिंचाई विभाग की कीमती भूमि पर अतिक्रमण को अनदेखा किया जा रहा है। सड़क किनारे नहर की भूमि से अतिक्रमण हटवाने पर जल निकासी बेहतर होने के साथ चौड़ी सड़क से लोगों को आवागमन में सुविधा भी मिल सकती है।
यह बोले अधिकारी। सार्वजनिक निर्माण विभाग सपोटरा के अधिशाषी अभियंता शरद मीना का कहना है। कि सपोटरा कस्बे मे सानिवि के द्वारा अतिक्रमण हटवाकर के नए सिरे से सडक मार्ग के दोनो नालियो का भी निर्माण करवाया जाना है जिसे लेकर के सडक मार्ग के लिए तय मापदंड के अनुरूप दोनो ओर से 25 -25 फीट अतिक्रमण हटाया जा रहा है। कस्बे मे सानिवि के मुख्य सडक मार्ग की चौडाई 50 फीट से 56 फीट के बीच है। ऐसे मे विभाग द्वारा 50 फीट निर्धारित कर सडक मार्ग का निर्माण करवाया जा रहा है। सानिवि के 50 फीट छोड कर के सडक मार्ग के दोनो ओर सिंचाई विभाग की जमीन है।
ये बोले सपोटरा तहसीलदार.................. सपोटरा तहसीलदार भानूप्रताप सिंह का कहना है कि सडक मार्ग के दोनों सिंचाई विभाग की गैर मुमकिन नहर है तो सिंचाई विभाग खुलकर सामने आए। सिंचाई विभाग भी तो नहर से अतिक्रमण हटवाने के बारे में प्रशासन को अवगत कराए। अभी तक विभाग की ओर से कीमती भूमि पर अतिक्रमण के बारे में प्रशासन को अवगत नहीं कराया है। यदि विभाग सामने आता है तो भूमि से अतिक्रमण हटवाने की कार्रवाई की जाएगी।