थानाप्रभारी गिर्राज प्रसाद जाटव के अनुसार मृतका के पिता सौभाग्य सिंह ने प्राथमिकी में बताय कि उसकी पुत्री उमा डागुर की शादी 26 मई 2021 को खेरली गरासिया गांव में सरकारी शिक्षक धीरज जाट के साथ हुई थी। शादी के करीब छह माह बाद 19 जनवरी 2022 को एक सड़क दुर्घटना में उमा के पति धीरज की मृत्यु हो गई। इसके बाद से ही ससुर हरवीर सिंह जाट व जेठ-देवर उसे परेशान करने लगे। पति की मृत्यु के बाद उमा प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में जुटी हुई थी। उसके सभी शैक्षणिक व जरुरी दस्तावेज भी ससुराल जनों ने छीन लिए। कुछ दिनों बाद उसके साथ मारपीट शुरु कर दी गई। आरोप है कि ससुराल वाले उससे दहेज की मांग करते थे। उन्होंने मारपीट कर उसे घर से भी निकाल दिया।
परेशान उमा अपने पिता सौभाग्य सिंह के ब्रहपुरी कॉलोनी में स्थित घर आकर रहने लगी। प्रताडित करने की शिकायत उसने बयाना थाने में भी दर्ज कराई थी। गत दिवस वह अपने पिता के साथ अपने कागजात लेने के लिए ससुराल गई थी, लेकिन वहां से उसे बेईज्जत कर भगा दिया। इसके बाद वह ब्रहपुरी कॉलोनी में पिता के घर आ गई। जहां रात को कमरे में उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। रात को पिता व अन्य परिजन उसे लेकर चिकित्सालय पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर शव के मोर्चरी में रखवा दिया।
सुबह अधिकारियों की मौजूदगी में पुलिस ने पोस्टमार्टम करा शव पिता के सुपुर्द कर दिया। वहीं पुलिस ने पिता की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान शुरु कर दिया है। मामले की जांच टोडाभीम डीएसपी फूलचंद मीणा को सौंपी गई है। इस दौरान पीएमओ डॉ. नमोनारायण मीणा, बीसीएमओ डॉ. दीपक चौधरी, एसआई जगदीश सागर आदि मौजूद रहे।
