गौरतलब है कि 82 करोड़ की दो बड़ी जलयोजनाओं के कार्य के बावजूद भीषण गर्मी के दौर में शहरवासी पानी के लिए तरस रहे हैं। अभियंताओं की अनदेखी के कारण पटपरीपुरा, तेली की पंसेरी, महू की गंभीर नदी व क्यारदा बांध में 14 नलकूप बंद पड़े हुए हैं। जिससे आवश्कता के अनुसार जलापूर्ति नहीं हो पा रही है। दरसअल शहर में 125 लाख लीटर पानी की आवश्यता है, लेकिन जलदाय विभाग महज 49 लाख 92 हजार लीटर जलोत्पादन कर पा रहा है। जबकि के अभियंता 73 लाख लीटर जलापूर्ति का दावा कर रहें हैं।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान पत्रिका ने सोमवार के अंक में ‘पेयजल किल्लत: हिण्डौन में 75 लाख लीटर पानी की कम आपूर्ति’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। जिसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों में हडकंप मच गया। आनन फानन में एडीएम ने पीएचईडी के करौली अधीक्षण अभियंता व हिण्डौन नगरपरिषद आयुक्त को नोटिस जारी कर जलापूर्ति के संबंध में जवाब मांगा है। साथ ही आवश्यकतानुसार कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।