कॉलोनी वासियों ने थाने के समीप सड़क पर पेड़ों के बड़े तने डालकर जाम लगा विरोध-प्रदर्शन किया। इससे आवागमन अवरुद्ध हो गया। इस दौरान लोगों ने नगर परिषद और प्रशासन पर अनदेखी के आरोप लगाए।
लोगों ने कहा कि पिछले दस दिन से कॉलोनियों में पेयजल संकट गहराया हुआ है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। सूचना पर नगरपरिषद सभापति राजाराम गुर्जर मौके पर पहुंचे और लोगों की समझाइश कर जाम खुलवाया। इस दौरान कॉलोनी के राजीव सिंह, फेरनसिंह, राहुल शर्मा, विजेन्द्र, रामसिंह, जगदीश, मोहरसिंह आदि ने सभापति से शिकायत की कि इंदिरा कॉलोनी, नूर कॉलोनी, संतोषी माता कॉलोनी सहित आधा दर्जन कॉलोनीवासी पिछले एक वर्ष से पेयजल संकट से त्रस्त है।
क्षेत्र में पाइपलाइन के वाल्व में लीकेज के कारण हजारों लीटर पानी व्यर्थ बह जाता है और काफी कम दबाव व कम समय जलापूर्ति होती है। जिसके कारण परेशानी का सामना करना पड़ता है।
पिछले 10 दिनों से तो महज पांच से दस मिनट ही जलापूर्ति हो रही है। बार-बार शिकायत के बाद भी समाधान नही हुआ है। इस दौरान लोगों ने कनिष्ठ अभियंताओं पर भी फोन नहीं उठाने के आरोप लगाए हैं।
जाम से हुई परेशानी
पेयजल को लेकर सुबह करीब 7 बजे से करीब एक घण्टे के लिए जाम लगाने से आवागमर अवरुद्ध हो गया। वाहन चालकों को दूसरे रास्तों से गंत्व्य तक पहुंचना पड़ा, वहीं स्कूली बच्चों, शिक्षकों सहित आम लोगों को भी परेशानी झेलनी पड़ी।
पेयजल को लेकर सुबह करीब 7 बजे से करीब एक घण्टे के लिए जाम लगाने से आवागमर अवरुद्ध हो गया। वाहन चालकों को दूसरे रास्तों से गंत्व्य तक पहुंचना पड़ा, वहीं स्कूली बच्चों, शिक्षकों सहित आम लोगों को भी परेशानी झेलनी पड़ी।
करीब एक घंटे बाद पहुंचे सभापति राजाराम ने जल्द समस्या समाधान का भरोसा दिलाते हुए टैंकर से पेयजल आपूर्ति शुरू कराने के निर्देश दिए। आश्वासन के बाद लोगों ने जाम खोल दिया।