राजस्थान के करौली में सफेद हाथी बनी स्मार्ट पार्क की योजना,छह साल में मिले सिर्फ साढे तीन करोड़ रुपए, ग्रामीणों को नहीं मिला रोजगार
करौलीPublished: Dec 02, 2018 09:57:27 pm
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राजस्थान के करौली में सफेद हाथी बनी स्मार्ट पार्क की योजना,छह साल में मिले सिर्फ साढे तीन करोड़ रुपए, ग्रामीणों को नहीं मिला रोजगार
करौली. डांग क्षेत्र मासलपुर के पत्थर व्यवसाय को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए स्वीकृत स्टोन पार्क की योजना सफेद हाथी बनकर रह गई है। इस का परिणाम है कि बजट के अभाव में छह साल बाद भी योजना का मात्र दो प्रतिशत काम पूरा नहीं हुआ है। अब विधानसभा के चुनाव में लोगों के बीच यह मुद्दा है, लेकिन करौली के प्रत्याशियों ने इस पर चुप्पी साध रखी है। वर्ष 2012 में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में 54 करोड़ 10 लाख लाख रुपए की लागत का स्टोन पार्क स्वीकृत किया गया। रीको के अधिकारियों ने ४५० बीघा जमीन का अधिग्रहण कर लगभग दो करोड़ रुपए का मुआवजा किसानों को बांट दिया। इसके बाद पार्क निर्माणके लिए पर्यावरण व प्रदूषण स्वीकृति लेने में समय निकल गया। छह माह पहले पर्यावरण स्वीकृति मिल गई। फिर भी अभी तक पार्क में सडक़ का काम शुरू हो पाया है। स्टोन पार्क के अभाव में मासलपुर में औद्योगिक विकास की शुरुआत भी नहीं हो सकी है।
54 करोड़ में से सिर्फ साढे तीन करोड़ मिले
सरकार ने मासलपुर में स्टोन पार्क निर्माण के लिए५४ करोड़ १० लाख रुपए का प्रोजेक्ट मंजूर किया है, पर अभी तक 3 करोड़ ५० लाख रुपए ही रीको को आवंटित किए हैं। इस बजट से पार्क में होने वाले प्लाटों के आवंटन का चिन्ह्रीकरण का काम शुरू किया गया है। इस कार्य पर ३२ लाख रुपए होंगे, जिसकी निविदा निकाल दी गई है। इसी प्रकार पार्क में 1 करोड़ ९७ लाख रुपए की लागत से सडक़ों का निर्माण कराया जाएगा। इस कार्य की निविदा 16 जुलाई को निकाली जाएगी।
क्या है स्टोन पार्क
करौली जिले में बहुतायत पत्थर खनन का काम होता है। यहां का पत्थर दूसरे जिले में जाकर अच्छे दामों में बिकता है। इस कारण पत्थर व्यवसाय को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए सरकार ने वर्ष २०१२ में स्टोन पार्क स्वीकृत कर भूमि अवाप्त कर ली। इस पार्क में प्रथम चरण में ४६ भू-खण्ड़ों का आवंटन होना है। जहां से व्यवसायी पत्थर व्यवसाय करेंगे। इसमें पत्थर निकासी, ट्रान्सपोर्ट की सुविधा भी विकसित की जाएगी। जिससे क्षेत्र का विकास होगा तथा जीवन स्तर में सुधार होने की संभावना है। लेकिन अभी तक कार्यों ने गति नहीं पकड़ी है। स्टोन पार्क शुरू होने पर मजदूरों की दशा भी बदलती। क्योकि उन्हें सरकार के मापदण्ड़ों के अनुसार मजदूरी तथा सुविधाएं मिलती।
प्रत्याशी नहीं कर रहे चर्चा
करौली विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी जब भी मासलपुर जाते है तो अनेक प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर के मुद्दों पर बात करते हैं। लेकिन स्टोन पार्क के बारे में बात नहीं करते हैं। लोग सवाल पूछते है तो टालकर चले जाते हैं। इस कारण विधानसभा चुनाव में जनता के बीच तो यह मुद्दा बन गया है। लेकिन प्रत्याशी कन्नी काट रहे हैं।
अभी सडक़ बन रही
54 करोड़ रुपए की तुलना में मात्र साढे तीन करोड़ रुपए मिले हैं। अब सडक़ का काम शुरू हो गया है।
जीएस मीना क्षेत्रीय प्रबंधक रीको हिण्डौन सिटी