सूर्योदय के साथ ही गर्मी का तेज होना शुरू हो गया। वातावरण में गर्माहट होने से अलसुबह घूमने के वालों को भी शीतल हवा नहीं मिल सकी। आठ बजने के साथ हवाएं गर्म हों गई और लू का एहसास कराने लगी। सुबह 10 बजे बाद लू के तेवर झुलसाने वाले हो गए। ऐसे में सुबह बाजारों में रोजमर्रा की खरीदारी के लिए बाहर निकले लोग घरों को वापस हो लिए। ऐसे बाजारों और सड़कों पर लोगों और वाहनों की आवाजाही काफी कम हो गई और सूनापन सा पसर गया। जरुरी कार्यों से घरों से बाहर निकले लोगों को तेज धूप और लू के थपेड़ों से आहत हो गए। गर्मी से बचाव के लिए लोग गमछे से सिर को ढक कर निकले। लू की झुलसने के चलते राहगीर सड़कों पर चेहरे पर साफी का ढाटा बांधे नजर आए। कृषि विज्ञान केंद्र एकोरासी के कृषि मौसम वैज्ञानिक डॉ. एमके नायक ने बताया है रविवार को अधिकतम तापमान 47.7 डिग्री व न्यूनतम 30 डिग्री सेल्सियस रहा। आगामी दिनों में गर्मी और और लू के थपड़ों के यथावत रहने के उम्मीद है।
रात में भी गर्मी से नहीं राहत-
दिनभर तेजऔर लू के बाद लोगों को रात में भी गर्मी से राहत नहीं मिल रही है। रात में तापमान के 33-35 डिग्री रहने से माहौल तपिस भरा रहता है। वहीं गर्म हवाएं रात में भी लू का सा अहसास करा रही है। ऐसे में लोगों का खुले में आंंगन व छतों पर भी चैन की नींद नहीं मिल पा रही है।
दिनभर तेजऔर लू के बाद लोगों को रात में भी गर्मी से राहत नहीं मिल रही है। रात में तापमान के 33-35 डिग्री रहने से माहौल तपिस भरा रहता है। वहीं गर्म हवाएं रात में भी लू का सा अहसास करा रही है। ऐसे में लोगों का खुले में आंंगन व छतों पर भी चैन की नींद नहीं मिल पा रही है।
तप रहे मकान, कूलर हुए फेल-
भीषण गर्मी में पारे 47 डिग्री से पार जाने से कूलर फेल हो गए हैं। मकानों की तपती छत और दीवारें घरों में बैठे लोगों को भी आहत कर रही है। ऐसे घरों में लगे पंखे कूलर भी गर्म हवा फेंक रहे हैं। स्थिति यह है कि आधी रात तक तापमान के 32-33 डिग्री से नीचे नहीं आने से ऊसम भरे माहौल में कूलर भी साथ नहींं दे रहे हैं। वहीं रात में बिजली के कम हो रहे वोल्टेज भी परेशानी को दोहरा कर रहे हैं।
भीषण गर्मी में पारे 47 डिग्री से पार जाने से कूलर फेल हो गए हैं। मकानों की तपती छत और दीवारें घरों में बैठे लोगों को भी आहत कर रही है। ऐसे घरों में लगे पंखे कूलर भी गर्म हवा फेंक रहे हैं। स्थिति यह है कि आधी रात तक तापमान के 32-33 डिग्री से नीचे नहीं आने से ऊसम भरे माहौल में कूलर भी साथ नहींं दे रहे हैं। वहीं रात में बिजली के कम हो रहे वोल्टेज भी परेशानी को दोहरा कर रहे हैं।

