पानी खरीदने को मजबूर
आस्थाधाम में मात्र कैलादेवी प्याऊ समिति बाड़ी की ओर से संचालित प्याऊ ही नजर आई। जनस्वास्थ्य एवं आभियांत्रिकी विभाग की ओर से मेले में प्याऊ और सार्वजनिक नलों की व्यवस्था पर्याप्त नहीं की गई है। मुख्य बाजार से मंदिर परिसर, करणपुर मार्ग पर सार्वजनिक नलों का अभाव है। श्रद्धालुओं को दुकानों से पानी खरीदकर पीना पड़ रही है। लाइट की भी आंख-मिचौली चलती रहती है।
समीक्षा तक सिमटे अधिकारी
मेले की अव्यवस्थाओं से अधिकारी अनजान नहीं है, रोजाना मेला मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में व्यवस्थाओं की समीक्षा की जाती है। इस दौरान अधिकारी विभिन्न व्यवस्थाओं पर चर्चा करते है। लेकिन सुधार नहीं हो पा रहा है। मेला मजिस्ट्रेट व उपखण्ड अधिकारी मुनिदेव सिंह का कहना हैा कि व्यवस्थाओं में लगातार सुधार किया जा रहा है।
आस्थाधाम में मात्र कैलादेवी प्याऊ समिति बाड़ी की ओर से संचालित प्याऊ ही नजर आई। जनस्वास्थ्य एवं आभियांत्रिकी विभाग की ओर से मेले में प्याऊ और सार्वजनिक नलों की व्यवस्था पर्याप्त नहीं की गई है। मुख्य बाजार से मंदिर परिसर, करणपुर मार्ग पर सार्वजनिक नलों का अभाव है। श्रद्धालुओं को दुकानों से पानी खरीदकर पीना पड़ रही है। लाइट की भी आंख-मिचौली चलती रहती है।
समीक्षा तक सिमटे अधिकारी
मेले की अव्यवस्थाओं से अधिकारी अनजान नहीं है, रोजाना मेला मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में व्यवस्थाओं की समीक्षा की जाती है। इस दौरान अधिकारी विभिन्न व्यवस्थाओं पर चर्चा करते है। लेकिन सुधार नहीं हो पा रहा है। मेला मजिस्ट्रेट व उपखण्ड अधिकारी मुनिदेव सिंह का कहना हैा कि व्यवस्थाओं में लगातार सुधार किया जा रहा है।