बीते 15-20 वर्र्षों से लगातार चंदन के पेडों की चोरी की वारदातें करौली पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई थी। चंदन के पेडों की चोरी के तीन मामलों में पुलिस अधीक्षक द्वारा 5-5 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया हुआ था। वर्षों से हो रही चंदन की चोरी को लेकर शनिवार को राजस्थान पत्रिका ने ‘करौली में पुलिस को चुनौती दे रहे चंदन चोर हिण्डौन के किसानों की बढ़ा रहे चिंता’ शीर्षक से प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया था।
जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी उत्तरप्रदेश के कन्नौज थाने के सेखाना गांव निवासी नदीम उर्फ पनडुब्बी गिरोह का सरगना है। जिस पर चंदन चोरी के राजस्थान, यूपी, एमपी, उत्तराखंड के विभिन्न पुलिस थानों में पुलिस कांस्टेबल की हत्या के अलावा गैंगस्टर एक्ट, हत्या का प्रयास, चोरी, लूट, डकैती, आम्र्स एक्ट व अवैध मादक पदार्थो की तस्करी के करीब दो दर्जन मामले दर्ज है।
पुलिस ने उसके साथी मूलत: यूपी के सीतापुर थाने की अफसर कॉलोनी व हाल कन्नौज के हाजीगंज खुर्द निवासी शिवदर्शन सैनी, सिविल लाइन निवासी हरिदर्शन उर्फ छोटू सैनी व कन्नौज के सेखाना मोहल्ला निवासी रामबाबू जाटव को मेरठ के मोदी नगर हाई वे से गिरफ्तार किया है।
पुलिस को यूं मिली कामयाबी- एसपी के कार्यभार गृहण करने के कुछ दिन बाद ही जिला मुख्यालय पर चंदन के पेड की चोरी का मामला करौली कोतवाली पर दर्ज हुआ।अब तक दर्ज हुए चंदन के पेडों की चोरी के 12 प्रकरणों में पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं होने से लोगों में रोष व्याप्त था। एसपी ने इसे गंभीरता ने लिया और घटना की रात की बीटीएस टावर लोकेशन निकलवा कर संदिग्ध नंबरों की छानबीन कराई गई।
इसके बाद एसपी ने मामले की जांच डीएसटी टीम व साईबर सैल को सौंपी। इस पर डीएसटी प्रभारी यदुवीर सिंह ने टीम के सदस्य कांस्टेबल परमजीत सिंह, मानसिंह को घटनाओ के बारे मे गुप्त रूप से जानकारी हासिल करने के निर्देश दिए।दोनों कांस्टेबलों ने जिलेभर मे दर्ज चन्दन चोरी के मामलो में जानकारी जुटाई तो पता चला कि चंदन चोरों के उत्तरप्रदेश से जुड़े होने का पता चला।
टोल नाकों के सीसी टीवी से मिला सुराग- पड़ताल में जुटी डीएसटी ने धौलपुर से करौली जिले के बीच आने वाले टोल नाकों की सीसीटीवी फुटेज खंगाली। जिसमें 14 जुलाई व 21 जुलाई की शाम को यूपी नंबर की कार में सवार तीन-चार संदिग्ध युवक बैठे दिखाई दिए। जो करौली शहर की तरफ आए थे। चंदन चोरी की घटना में संलिप्तता प्रमाणित होने के बाद डीएसटी ने आरोपियों को दबोचने का प्लान बनाया। टीम निजी वाहनों से यूपी के लिए रवाना हुई। तकनीकी सहयोग से आरोपियों का सुराग ढूंढा और करीब 500 किलोमीटर पीछा कर मेरठ- मवाना हाईवे पर तेज रफ्तार से जा रही लग्जरी कार को मेरठ और मोदीनगर के बीच रूकवा आरोपियों को पकड़ लिया। तलाशी के दौरान कार की डिग्गी से चंदन के कटे हुये टुकडे व पेड काटने में उपयोग ली जाने वाली दो आरी, 315 बोर का देशी कट्टा व जिंदा कारतूस जब्त कर लिए।
पुराने पेड़ों की करते चोरी- पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में आरोपियों ने वारदात के तरीके बताए। आरोपियों ने बताया कि वे कई वर्षो से राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, उत्तराखण्ड व अन्य सीमावर्ती राज्यों में चन्दन के पेडों की तस्करी कर रहे हंै । गिरोह के सदस्य पेड काटने से पहले पांच-सात दिन रैकी कर चन्दन के पुराने पेड को चिन्हित करते थे। घटना के दौरान गिरोह का एक सदस्य 10-12 किलोमीटर दूर किसी होटल या ढाबे पर खाना खाने के बहाने गाडी खडी कर इंतजार करता और बाकि सदस्य अंधेरे में जाकर चिन्हित किए चंदन के पेडों की टहनियों को अन्य पेडों को रस्सियों से बांध कर आरी से पेड को काटतेे। जिससे पेड के गिरने की आवाज नही होती थी।
इसके बाद तने के टुकड़े कर वाहन चालक साथी को बुला लेते और फरार हो जाते थे।डीएसटी को मिलेगा पुलिस सम्मान-चंदन तस्कर गिरोह को पर्दाफाश करने वाली डीएसटी प्रभारी यदुवीर सिंह, मानसिह, परमजीत, मोहनसिंह, तेजवीरसिह, विक्रम, अभयराज, रविकुमार, नरेन्द्र, साईबर सैल के जिलयसिंह, मनीष कुमार को नकद ईनाम व पुलिस प्रशंसा-पत्र से पुरुस्कृत किया जाएगा।