थानाप्रभारी बालकृष्ण चौधरी ने बताया कि सुनील की भाभी का प्रसव राजकीय जिला अस्पताल में हुआ है। प्रसूता की देखभाल के लिए परिवार की कुछ महिलाएं अस्पताल में ठहरी हुई थीं। जिनको खाना पहुंचाने के लिए सुनील अपने चाचा हरीमोहन के साथ बाइक से जिला अस्पताल आ रहा था। रास्ते में करीब साढ़े आठ बजे जटनंगला गांव की नदी के पास सामने से आ रही तेज गति से आ रही पाइपों से ओवरलोड़ भरी पिकअप ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी।
जानकारी के अनुसार मृतक सुनील जटनंगला के राजकीय सीनियर विद्यालय में कक्षा दसवीं का छात्र था। पांच भाई-बहिनों में सबसे छोटे सुनील के पिता अमर सिंह के दिव्यांग होने की वजह से परिवार की जिम्मेदारी उसकी मां खिलौनी देवी और बड़ा भाई लखन संभाल रहे थे। सुनील भी पढाई के साथ-साथ मेहनत-मजदूरी कर परिवार के भरण पोषण में मां और बड़े भाई की मदद किया करता था। पिछले दिनों 10वीं बोर्ड की परीक्षाएं समाप्त होने के बाद से ही वह काम ढूंढ रहा था।