बाडाबंदी छोड़ करौली पहुंचे भाजपा के चुनाव प्रभारी व जिले के पदाधिकारी
करौलीPublished: Dec 17, 2020 11:51:15 pm
-BJP’s election in-charge and district official reached Karauli leaving Badabandi एक पदाधिकारी के भरोसे भाजपा के 13 व कई निर्दलीय पार्षदों की निगरानी
बाडाबंदी छोड़ करौली पहुंचे भाजपा के चुनाव प्रभारी व जिले के पदाधिकारी
श्रीमहावीरजी. जिला मुख्यालय करौली की नगर परिषद में बोर्ड बनाने के लिए अहिंसा नगरी में चल रही भाजपा के पार्षदों की बाडाबंदी ढीली पडऩे लगी है। कस्बे की सिद्धार्थ रिसोट्र्स में करौली के भाजपा पार्षदों की बाड़ाबंदी में चुनाव प्रभारी से लेकर संगठन के पदाधिकारी पार्षदों की चौकसी में ज्यादा सजगता नहीं दिखा रहे हैं।प्रशिक्षण शिविर के नाम पर चल रही बाड़ाबंदी में गुरुवार को जिला संगठन के पदाधिकारी में नहीं आए। अधिकांश पदाधिकारियों की गैरमौजूदगी से कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा ने करौली नगर परिषद में बोर्ड बनाने की आस छोड़ दी है। मौके पर मौजूद पार्षदों से भाजपा के पास नम्बरों का टोटा होना साफ झलक रहा है। कई दिन से चुनाव प्रभारी व पदाधिकारी प्रशिक्षण शिविर में नहीं आए हैं।चुनाव परिणाम के बाद से सभापति पद के लिए शुरू की भाजपा की जोड़-तोड़ की गणित भी पिछड़ती नजर आ रही है। ऐेसे में पार्टी के एक जिला स्तरीय पदाधिकारी के भरोसे पार्षदों को होटल में रोका हुआ है। प्रशिक्षण का दायित्व संभाल रहे जिला महामंत्री धीरेंद्र बैसला पार्षदों में बोर्ड बनाने की संभावनाओं का दम भरकर संभाले हुए हैं। बैंसला का कहना है कि भाजपा करौली में बोर्ड बनाने में कामयाब होगी। सभापति के अलावा उपसभापति पद पर भी भाजपा को काबिज करने के प्रयास किए जा रहे हैं।उन्होंने दावा किया कि भाजपा के 15 पार्षद व एक दर्जन से अधिक निर्दलीय पार्षद अभी उनके शिविर में हैं। चुनाव प्रभारी शत्रुघ्न गौतम रात को श्रीमहावीरजी आएंगे। सूत्रों के अनुसार सिद्धार्थ होटल में लग रहे प्रशिक्षण शिविर में पार्षद भाजपा बोर्ड बनाने के नाम पर लामबन्द तो नजर आ रहे हैं। लेकिन चुनाव की व्यवस्थाओं से जुड़े पदाधिकारियों की गैर मौजूदगी से पार्षद चिंतित हैं।बैंसला ने बताया कि होटल में भाजपा के 13 पार्षद हैं, दो स्वास्थ्य खराब होने की वजह से घर लौट गए हैं। उनके स्थान पर प्रतिनिधि की उपस्थिति होटल में बताई गई है। करौली नगर परिषद के भाजपा पार्षदों की बाड़ेबंडी में पार्टी के जिला पदाधिकारियों का नहीं होने की क्षेत्र में चर्चा बनी है।