वहीं करौली को रेल से जोडऩे के सपने को साकार करना। बंद प्रोजेक्ट को शुरू कराने के लिए प्राथमिकता से प्रयास करना उनकी प्राथमिकता रहेगी। इसी प्रकार हर घर को शुद्ध पेयजल और हर खेत को सिंचाई का पानी। चंबल पानी की मांग के साथ क्षेत्र के पांचना, जगर, आगिर्री तथा अन्य सभी नदी व बांधों को जुड़वाना भी प्राथमिकता में शामिल है।
डांग क्षेत्र को विकास की मुख्यधारा से जोडऩा एवं आमजन को भयमुक्त व सुरक्षित वातावरण मुहैया कराना। खनन श्रमिक व सिलिकोसिस पीडि़तों के लिए राज्य में श्रमिक कल्याण बोर्ड गठन की पुरजोर तरीके से मांग उठाने के साथ युवाओं व महिलाओं को रोजगार के साधन के लिए क्षेत्र में औद्योगिक विकास पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
हेरिटेज डवलपमेंट एवं पशुपालन से रोजगार को बढ़ावा देने वाले स्थानीय स्तर पर प्लांट और समग्र विकास की भावना से बिजली,पानी,सड़क व स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं का क्षेत्र में अधिकाधिक विस्तार। जनता से सीधे जुड़ाव के साथ करौली व जयपुर में कार्यालय। गरीब, दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक व सवर्ण वर्ग के हित व अधिकारों की रक्षा।
जरूरतमंदों को हरसंभव मदद और अन्याय व अत्याचार के खिलाफ बुलंद आवाज। करौली में रोडवेज डिपो एवं मासलपुर में स्टोन मार्ट की स्थापना करना। राजनीति नहीं, बल्कि लोकनीति के सिद्धांत पर चलकर जवाबदेही से कामकाज करने का वादा।
महात्मा ज्योतिबा फुले व बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के मिशन- समता मूलक समाज की स्थापना करना, दलित, शोषित पीडि़त आदिवासी, पिछड़े, महिला एवं सर्वसमाज के गरीबों के हितों की रक्षा कर उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोडऩा ही हमारा विजन है।
क्षेत्र में विद्युत, शुद्ध पेयजल, रोजगार के संसाधन उपलब्ध कराना, सामाजिक सद्भाव का माहौल तैयार करना तथा अत्याचार एवं अपराधों का निवारण करना आदि प्राथमिकताएं रहेंगी।