scriptसीबीआई ने सात जिलों में कई ठिकानों पर दी दबिश, जानिए क्यूं | CBI raided many places in seven districts, know why | Patrika News

सीबीआई ने सात जिलों में कई ठिकानों पर दी दबिश, जानिए क्यूं

locationकरौलीPublished: Aug 19, 2022 03:46:54 pm

Submitted by:

Surendra

सीबीआई ने सात जिलों में कई ठिकानों पर दी दबिश, जानिए क्यूं
बालाजी की एसबीआई शाखा से 11 करोड़ के सिक्कों के गबन का मामलाहाईकोर्ट आदेश पर 4 माह पहले सीबीआइ को दी गई थी जांच
स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया की मेहंदीपुर बालाजी शाखा से 11 करोड़ रुपए के सिक्कों के गबन के मामले में सीबीआइ ने गुरुवार को दिल्ली व प्रदेश के सात जिलों में 25 स्थानों पर एक साथ दबिश दी। यह मामला करौली जिले के टोडाभीम थाने में एक साल पहले दर्ज कराया गया था और अब इसकी जांच सीबीआई कर रही है।

सीबीआई ने सात जिलों में कई ठिकानों पर दी दबिश, जानिए क्यूं

सीबीआई ने सात जिलों में कई ठिकानों पर दी दबिश, जानिए क्यूं


सीबीआई ने सात जिलों में कई ठिकानों पर दी दबिश, जानिए क्यूं

बालाजी की एसबीआई शाखा से 11 करोड़ के सिक्कों के गबन का मामला
हाईकोर्ट आदेश पर 4 माह पहले सीबीआइ को दी गई थी जांच
स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया की मेहंदीपुर बालाजी शाखा से 11 करोड़ रुपए के सिक्कों के गबन के मामले में सीबीआइ ने गुरुवार को दिल्ली व प्रदेश के सात जिलों में 25 स्थानों पर एक साथ दबिश दी। यह मामला करौली जिले के टोडाभीम थाने में एक साल पहले दर्ज कराया गया था और अब इसकी जांच सीबीआई कर रही है।
इस जांच के सिलसिले में यह दबिश उन बैंक अधिकारी तथा कार्मिकों के ठिकानों पर दी गई, जिनके कार्यकाल के दौरान बालाजी की बैंक शाखा से गबन हुआ। इनमें कई कार्मिक सेवानिवृत्त हो चुके हैं। सीबीआई ने इन अधिकारियों व कार्मिकों से पूछताछ कर उनके आवास पर तलाशी ली। राजस्थान में जयपुर, दौसा, करौली, सवाईमाधोपुर, अलवर, उदयपुर और भीलवाड़ा में विभिन्न स्थानों पर दबिश दी गई। दिल्ली में भी कुछ स्थान पर दबिश दी गई। जिन 25 स्थानों पर सीबीआइ ने पड़ताल की, वे बैंक के तत्कालीन शाखा प्रबंधक, कैशियर व अन्य अधिकारियों के ठिकाने थे।
करौली जिले में टोडाभीम उपखण्ड के नांगल लाट गांव में भी सीबीआई की टीम एक कार्मिक के घर पर दबिश देने के लिए पहुंची। कार्मिक से पूछताछ की और घर में भी तलाशी ली।
उल्लेखनीय है कि पुलिस को शाखा प्रबंधक से लेकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पद पर कार्यरत रहे लगभग 15 संदिग्ध कार्मिकों की सूची सौंपी थी। पुलिस ने तफ्तीश आगे नहीं बढ़ाई। इसके बाद एक याचिका की सुनवाई में हाईकोर्ट ने मामले की तफ्तीश सीबीआइ से कराने के आदेश दिए। सीबीआइ ने 13 अप्रेल 22 को मामला दर्ज किया था। गौरतलब है कि बैंक शाखा के प्रबंधक हरगोविंद सिंह मीणा ने अगस्त 2021 में टोडाभीम थाने में 11 करोड़ के सिक्कों के गबन की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। यहां वेंडर से शाखा में सिक्कों की गिनती कराई जा रही थी। इस गिनती में 11 करोड़ रुपए के घपले का पता चला। बाद में, यह घपला 13 करोड़ तक होना पाया गया।
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