यह कार्रवाई स्वयं उपखण्ड अधिकारी, तहसीलदार और थानाधिकारी ने मौजूद रहकर की। मामले में उपखण्ड अधिकारी ने प्राथमिकी दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। बनास नदी से अवैध खनन करके जोड़ली में बजरी का भारी स्टॉक जमा कर लेने की सूचना पर उपखण्ड अधिकारी तारामति वैष्णव, तहसीलदार बुद्विप्रकाश मीना, सपोटरा थानाधिकारी, नारौली डांग चौकी प्रभारी भवानीसिंह, एएसआइ चंद्रहुसैन सहित थाना प्रभारी मोहम्मद शफीक, खनिज विभाग के सर्वेयर धर्मसिंह प्रजापत, पटवारी अवधेश कुमार मीना कार्रवाई के लिए जोड़ली पहुंचे।
जुर्माने के लिए दो दिन का दिया समय
खनिज विभाग के फोरमैन धर्मसिंह प्रजापत ने बजरी के स्टॉक की रिपोर्ट तैयार की, जिसमें स्टॉक में 700 टन बजरी होना माना गया। फोरमैन धर्मसिंह ने बताया कि अवैध रूप से जमा की गई बजरी पर जुर्माना 2 लाख 65 हजार रुपए बनता है। इसकी रसीद काटी जाएगी।
खनिज विभाग के फोरमैन धर्मसिंह प्रजापत ने बजरी के स्टॉक की रिपोर्ट तैयार की, जिसमें स्टॉक में 700 टन बजरी होना माना गया। फोरमैन धर्मसिंह ने बताया कि अवैध रूप से जमा की गई बजरी पर जुर्माना 2 लाख 65 हजार रुपए बनता है। इसकी रसीद काटी जाएगी।
कार्रवाई के दौरान बजरी का अवैध स्टॉक करने वाले नरेश उर्फ घोड़ा के पिता हरिप्रसाद मीना से बात की गई। उसने जुर्माना भरने के लिए दो दिन का समय मांगा। इस पर खनिज विभाग के अधिकारियों ने उसे दो दिन का समय दे दिया।
सुबह दी सूचना शाम को पहुंचे खनिज अधिकारी
बनास नदी से अवैध खनन कर बजरी के किए गए स्टॉक के मामले में खनिज विभाग के अधिकारी उदासीन नजर आए। इसका नमूना यह रहा कि प्रशासनिक अधिकारियों ने कार्रवाई के लिए सुबह से जोड़ली गांव में डेरा डाल रखा था।
बनास नदी से अवैध खनन कर बजरी के किए गए स्टॉक के मामले में खनिज विभाग के अधिकारी उदासीन नजर आए। इसका नमूना यह रहा कि प्रशासनिक अधिकारियों ने कार्रवाई के लिए सुबह से जोड़ली गांव में डेरा डाल रखा था।
सुबह करीब दस बजे खनिज विभाग के अधिकारियों को दूरभाष पर इस बारे में सूचना भी दे दी गई, लेकिन खनिज विभाग से अधिकारी देर शाम मौके पर पहुंचे। लेकिन उनके इंतजार में प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर ठहरे रहे।
एसडीओ के प्राथमिकी दर्ज कराने के निर्देश
उपखण्ड अधिकारी तारामति वैष्णव व तहसीलदार बुद्धिप्रकाश मीना ने बजरी का अवैध स्टॉक करने वाले के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के निर्देश दिए। लेकिन खनिज विभाग के अधिकारी प्राथमिकी दर्ज कराने से कतराते रहे।
उपखण्ड अधिकारी तारामति वैष्णव व तहसीलदार बुद्धिप्रकाश मीना ने बजरी का अवैध स्टॉक करने वाले के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के निर्देश दिए। लेकिन खनिज विभाग के अधिकारी प्राथमिकी दर्ज कराने से कतराते रहे।
बाद में एसडीओ ने खनिज विभाग के अधिकारियों को बजरी स्टॉक जमाकर्ता के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की सख्त हिदायत दी। बाद में बजरी का आंकलन कर रिर्पोट तैयार कर हरिप्रसाद मीना के हस्ताक्षर कराए। साथ ही सम्पूर्ण कार्रवाई नहीं होने तक बजरी के स्टॉक को हरप्रिसाद के ही सुपुर्द किया गया।
इधर तहसीलदार बुद्धिप्रकाश मीना ने बताया कि मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी।
इधर तहसीलदार बुद्धिप्रकाश मीना ने बताया कि मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी।
फिलहाल बजरी स्टॉक की सुपुर्दगी हरप्रिसाद मीना को दी गई है। गौरतलब है कि बनास नदी से गुपचुप अवैध खनन लगातार जारी रहा है। इसको लेकर पुलिस-प्रशासन पर मिली भगत के आरोप भी लगते रहे हैं। लेकिन बड़ी कार्रवाई काफी अरसे बाद हुई है।