करौली

गंगाजी यात्रा पर भाजपा के दो नेताओं की विरोधाभासी स्थिति

लॉकडाउन में अटकी अस्थियों के विसर्जन का मामला, गंगाजी यात्रा पर भाजपा के दो नेताओं की विरोधाभासी स्थितिकरौली. कोरोना लॉक डाउन के कारण गंगाजी में प्रवाहित होने से अटकी अस्थियों को गंगाजी लेकर जाने के मामले में भाजपा के दो नेताओं की विरोधाभासी स्थिति बनी है। दोनों नेताओं ने अस्थियों को प्रवाहित करने के लिए बसों को ले जाने के समानान्तर प्रबंध किए हैं। इनमें सांसद ने वहां के प्रशासन की अनुमति नहीं मिलने के कारण यात्रा स्थगित किया ेहै जबकि पूर्व सभापति मंगलवार को बसों को रवाना करेंगे।

करौलीMay 25, 2020 / 08:43 pm

Surendra

गंगाजी यात्रा पर भाजपा के दो नेताओं की विरोधाभासी स्थिति

लॉकडाउन में अटकी अस्थियों के विसर्जन का मामला
गंगाजी यात्रा पर भाजपा के दो नेताओं की विरोधाभासी स्थिति
सांसद ने टाली गंगाजी यात्रा, पूर्व सभापति अपनी घोषणा पर कायम
करौली. कोरोना लॉक डाउन के कारण सौरोजी गंगाजी में प्रवाहित होने से अटकी दिवंगत आत्माओं की अस्थियों को गंगाजी लेकर जाने के मामले में भाजपा के दो नेताओं की विरोधाभासी स्थिति बनी है। दोनों नेताओं ने अस्थियों को प्रवाहित करने के लिए नि:शुल्क बसों को ले जाने के समानान्तर प्रबंध किए हैं। इनमें से सांसद ने वहां के प्रशासन की अनुमति नहीं मिलने के कारण यात्रा को स्थगित किया ेहै जबकि पूर्व सभापति अपनी घोषणा के अनुसार मंगलवार को बसों को रवाना करेंगे।
जिले में गत दिनों में दिवंगत हुए लोगों की अस्थियों का सौरोजी में विसर्जन के लिए क्षेत्रीय भाजपा सांसद मनोज राजौरिया ने नि:शुल्क बस सेवा का एलान किया था। सांसद की ओर से गंगाजी बस यात्रा समिति संयोजक बबलू शुक्ला ने बताया सौरोजी यात्रा के लिए कुल १३५ पंजीयन हुए और १६५ सदस्यों को वहां जाना तय हुआ। इनको सोमवार रात को रवाना होना था। लेकिन यात्रा को सोमवार दोपहर में स्थगित कर दिया गया। इसका कारण सांसद ने उत्तरप्रदेश के कासगंज जिला कलक्टर से बसों की स्वीकृति नहीं मिलना बताया है। उन्होंने बताया कि जब भी वहां के प्रशासन से अनुमति मिल जाएगी तब जिनके पंजीयन हुए हैं, उनको गंगाजी भेजा जाएगा।
क्षेत्रीय सांसद डॉ. मनोज राजोरिया ने बताया कि अस्थि विसर्जन बस यात्रा की अनुमति के लिए उन्होंने करौली कलक्टर एवं कासगंज कलक्टर को आग्रह किया था, जिस पर करौली कलक्टरसे अनुमति मिल गई, जबकि फिलहाल कासगंज के जिला कलक्टर ने लॉक डाउन के चलते वाहन की अनुमति देने में असमर्थता जताई है। सांसद ने बताया कि स्वीकृति मिलने तक यात्रा को लंबित रखा गया है, स्वीकृति मिलने पर अस्थि विसर्जन बस यात्रा रवाना होगी। उन्होंने बताया जिन व्यक्तियों ने गंगाजी यात्रा का पंजीयन कराया था, उन्हें दूरभाष से यात्रा के स्थगित होने की सूचना दे दी गई है।
इधर सासंद के समानान्तर में ही करौली नगरपरिषद के पूर्व सभापति राजाराम ने अस्थि विसर्जन के २६ मई की रात को ४ बसों में लोगों को ले जाने के प्रबंध किए हुए हैं। इनके पंजीयन लगातार किए जा रहे हैं। राजाराम ने बताया कि लॉक डाउन में बस ले जाने के लिए अनुमति की जरूरत ही नहीं है। शहर में अंदर जाने के लिए अनुमति चाहिए होती है, ऐसे में हमको अनुमति की कोई जरूरत नहीं। इस बारे में उनकी सम्बंधित अफसरों से बात हो चुकी हैं। साथ ही अन्य स्थानों से कुछ अन्य भाजपा नेता वहां इसी तरह अस्थि विसर्जन के लिए बस लेकर गए भी थे। राजाराम ने स्पष्ट कहा है कि उनकी सौरोजी बस यात्रा स्थगित नहीं हुई है। उनकी बसें मंगलवार शाम को ७ बजे सिटी पार्क से रवाना होंगी। सभी यात्रियों के लिए सेनेटाइज, मास्क, भोजन पैकिट और पानी के प्रबंध भी किए गए हैं।
इस प्रकार भाजपा के नेताओं के गंगाजी अस्थियों को लेकर जाने के मामले में विरोधाभास की स्थिति से यात्रा में पंजीयन कराने वाले सदस्य भी पशोपेश में उलझे हैं। इस मामले में भाजपा के जिलाध्यक्ष बृजलाल डिकोलिया ने कहा कि यह पुण्य-धर्म का काम है, जितने भी लोग करें अच्छा है। इससे आमजन और संगठन को लाभ ही है। दोनों नेताओं की अपनी अपनी प्रबंध योजना है। इसको नकारात्मक रूप से नहीं लेना चाहिए।
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