उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि 10 जून को हुए मतदान के दौरान वार्ड 32 में 1300 में से 876 मतदाताओं ने मतदान किया था। इनमें भाजपा के शाकिर खान को 465, कांग्रेस के हरीसिंह को 406 व निर्दलीय प्रेमसिंह को चार वोट मिले। जबकि तीन वोटरों ने नोटा का बटन दबाया। ऐसे में भाजपा के शाकिर खान को 59 वोटों के अंतर से विजेता घोषित किया गया।
इसी प्रकार वार्ड 42 में 900 में से 678 मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। इनमें से कांग्रेस के बचनसिंह जाटव को 425, निर्दलीय प्रत्याशी खेमसिंह को 147 व भाजपा के सुरेन्द्र कुमार जाटव को 101 वोट मिले। जबकि पांच मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया। इस पर कांग्रेस प्रत्याशी को 278 वोटों के अंतर से विजेता घोषित किया गया।
नगरपरिषद सूत्रों के अनुसार वर्ष 2015 में हुए निकाय चुनाव में वार्ड 32 से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में तेजसिंह धाकड़ ने तथा वार्ड 42 से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में प्रकाशचंद जाटव ने जीत दर्ज की थी। लेकिन तेजसिंह की मृत्यु होने व प्रकाशचंद का सरकारी सेवा में चयन होने के बाद से ही ये सीटें रिक्त चल रही थी।
बोर्ड में कांग्रेस-भाजपा की स्थिति-
45 वार्डों वाली हिण्डौन नगरपरिषद में कांग्रेस के सभापति अरविन्द जैन व उपसभापति नफीस अहमद हैं। जबकि बोर्ड में कांग्रेस के 19, भाजपा के 12 व 13 पार्षद निर्दलीय हैं। पिछले चुनाव में वार्ड 32 से निर्दलीय पार्षद थे। लेकिन यह सीट भाजपा के कब्जे में चली गई है। जबकि वार्ड 42 की सीट पर कांग्रेस ने अपना कब्जा बरकरार रखा है।
अभी एक सीट और खाली-
नगरपरिषद के दो वार्डों में हुए उपचुनाव में पार्षद निर्वाचित होने के बाद भी वार्ड 13 की सीट रिक्त चल रही है। वर्ष 2015 में हुए चुनाव में यहां से गिर्राज धाकड़ ने चुनाव जीता था। लेकिन करीब एक वर्ष पहले उनकी मृत्यु होने के बाद से यह सीट भी रिक्त चल रही है।
नव निर्वाचित पार्षदों का किया स्वागत-मतगणना के दौरान तहसील परिसर में समर्थकों का जमावड़ा लग गया। परिणाम घोषित होने के बाद नव निर्वाचित पार्षद शाकिर खान व बचनसिंह का समर्थकों ने साफा-माला पहना कर स्वागत किया।