इस पर विभाग ने संवेदक पर सख्ती दिखा कार्रवाई करने का मन बना लिया है। इधर संवेदक के हाथ खींच लेने से अटके सड़क निर्माण के कारण इन जर्जर सड़कों पर सुगम आवागमन की बाट जोह रहे शहर समेत आसपास के सैंकडों गावों के लोगों की उम्मीदों का झटका लगा है। हालांकि पीडब्ल्यूडी विभाग ने सड़कों के निर्माण के लिए फिर से निविदा जारी करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। अगस्त माह में पांचों सड़कों के टेंडर जारी किए जाएंगे।
सूत्रों के अनुसार सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा इसी वर्ष मार्च माह में झारेड़ा रोड 5 किलोमीटर, मुकंदपुरा रोड पर 2.9 किमी, आलावाड़ा रोड पर 1.5 किमी, हरीनगर व पीपलहेड़ा में 1-1 किमी लम्बाई में सड़कों के निर्माण के लिए अलग-अलग निविदाएं जारी गई गई थी। अप्रेल के महीने में भरतपुर जिले के नदबई के ‘एए क्लासÓ कान्ट्रेक्टर राकेश कुमार के नाम टेंडर खुलने पर कार्यादेश जारी कर दिए। निविदा की शर्तों के अनुसार सितम्बर माह में सड़कों का निर्माण कार्य पूरा होना था, लेकिन संवेदक ने ढाई महीने बाद भी सड़कों का निर्माण कार्य शुरु नहीं कराया। हाल ही में स्वास्थय संबंधी कारणों के चलते संवेदक ने सड़कों का निर्माण कराने असमर्थता जाहिर करते हुए विभाग को पत्र लिखा। जिस पर पीडब्ल्यूडी ने निविदा निरस्त कर संवेदक से काम वापस ले लिया हैं।
सूत्रों के अनुसार सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा झारेड़ा रोड़ पर 5 किमी सड़क निर्माण के लिए 1 करोड़ 71 लाख रुपए की ऑनलाइन निविदा आमंत्रित की गई थी। जिसके बाद खुली निविदा में संवेदक राकेश कुमार ने 31.91 प्रतिशत ब्लो (कम पैसे में) 1 करोड़ 16 लाख रुपए में सड़क निर्माण करने की सहमति दे टेंडर अपने नाम करा लिया। लेकिन जब कार्यारंभ करने की बारी आई तो संवेदक को आभाष हुआ कि 31.91 प्रतिशत ब्लो यानि 54 लाख 56 हजार 610 रुपए कम पैसों में गुणवत्तापूर्ण सड़क निर्माण कैसे पूरा होगा। घाटे की आशंका में संवेदक ने स्वास्थ्य संबंधी बहाना बना सड़क निर्माण करने में असमर्थता जाहिर कर दी।
पीडब्ल्यूडी विभाग ने कार्यादेश के बाद ढाई महिने बाद भी सड़क निर्माण कार्य शुरु नहीं करने पर संवेदक राकेश कुमार पर निविदा की राशि के 10 प्रतिशत के हिसाब से 18 लाख 79 हजार 871 रुपए का जुर्माना ठोका है। इनमें झारेड़ा मार्ग के लिए 11 लाख 64 हजार 395 रुपए एवं मुकंदपुरा रोड, आलावाड़ा रोड़, हरीनगर रोड़, पीपलहेड़ा रोड के लिए 7 लाख 15 हजार 476 रुपए जुर्माना आरोपित किया गया है। जल्द ही संवेदक से जुर्माना राशि वसूली जाएगी। इसके साथ ही संवेदक को विभागीय तौर पर डी-बार करने के लिए हिण्डौन खण्ड के अधिशासी अभियंता ने अधीक्षण अभियंता के माध्यम से सरकार को अभिशंसा भेजी है। इसके बाद संवेदक तीन वर्ष तक पूरे राजस्थान में होने वाले कार्यों की निविदा प्रक्रिया में भाग नहीं सकेगा।
नए साल में मिल पाएगी सड़कों की सौगात-
सूत्रों के अनुसार पीडब्ल्यूडी द्वारा झारेड़ा रोड, मुकंदपुरा रोड़, आलावाड़ा रोड, हरीनगर रोड, पीपलहेड़ा रोड पर सड़क निर्माण कराने के लिए अब फिर से अगस्त माह में निविदा जारी की जाएंगी। जिस संवेदक के नाम टेंडर खुलेगा, उसे चार माह की निर्धारित कार्यावधि में सड़क निर्माण पूरा कराना होगा। विभागीय अभियंताओं की मानें तो इन मार्गों से जुड़े लोगों को दिसम्बर माह तक का इंतजार और करना पड़ेगा। सब कुछ ठीक रह तो नए साल में नई सड़कों की सौगात मिल पाएगी।
कार्यादेश के उपरांत भी सड़कों का निर्माण कार्य आरंभ नहीं करने पर संवेदक पर जुर्माना आरोपित किया है। साथ ही डी-बार करने की अभिशंसा की गई है। अगले माह अगस्त में पुन:निविदा जारी की जाएंगी। जल्द ही सड़कों का निर्माण कार्य पूरा कराया जाएगा।
गजानंद मीणा, अधिशासी अभियंता, पीडब्ल्यूडी, खण्ड-हिण्डौनसिटी।