डॉ उमेश गुप्ता ने बताया कि मेहनतकश जिंदगी के बावजूद गांवों में भी डायबिटीज रोगी सामने आ रहे हैं। इस दौरान चिकित्सकों ने खान-पान और व्यायाम के लिए दैनिकचर्या पत्रक जारी किया। जिसे रोगियों को वितरित किया गया। डॉ. शर्मा ने बताया कि डायबिटीज दिवस पर एनसीडी क्लीनिक में 137 रोगियों को परीक्षण किया गया। जिनमें से 18 रोगियों पॉजीटिव मिले।
डॉ. शर्मा ने बताया कि दैनिकचर्या के पत्रक के अनुसार आहार-विहार करने से विश्व में सबसे कॉमन बीमारी बन चुकी डायबिटीज को काफी हद कंट्रोल किया जा सकता है। इस दौरान दशकों से डायबिटीज से पीडि़त कई रोगियों ने संयमित आहार, प्रात:कालीन व सायं कालीन भ्रमण के लाभों को दूसरे रोगियों से साझा किया।