करौली

फिर लगी कोरोना की नजर, डेढ़ माह से रीता रक्त संग्रहण केन्द्र

Corona’s bad eyesight again, empty blood collection center for one and a half months हिण्डौन जिला अस्पताल- मदर ब्लड बैंकों से मांग के बाद भी नहीं हो रही रक्त की आपूर्ति
 

करौलीJan 23, 2022 / 10:59 pm

Anil dattatrey

हिण्डौनसिटी. जिला चिकित्सालय के रक्त संग्रहण केंद्र में रक्त के अभाव में रीते ब्लड स्टोरेज रेफ्रिजरेटर।


हिण्डौनसिटी.
कोरोना की पहली, दूसरी के बाद अब तीसरी लहर में भी रक्तदान को नजर लग गई है। न तो रक्तदान शिविर लग रहे हैं न ही रक्त की आपूर्ति मिल पा रही है। जिला चिकित्सालय का रक्त संक्रमण केन्द्र डेढ़ माह से रीता पड़ा है। जयपुर और करौली की मदर ब्लड बैंकों से करीब तीन माह से रक्त की आपूर्ति नहीं हो रही है। ऐसे मेंं रक्ताल्पता और ऑपरेशन के जरुरत के रोगियों को रैफर की राह देखनी पड़ रही है।

अस्पताल के रक्त संग्रहण केन्द्र में कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत में ही रक्त का टोटा हो गया है। मदर ब्लड बैंक स्तर पर भी रक्त की उपलब्धता नहीं है। ऐसे में कई बार मांग-पत्र भेजने के बाद भी मदर ब्लड बैंकों से आपूर्ति नहीं मिल पा रही है। रक्तदान के लिए संभाग स्तर पर ख्यात हिण्डौन जिला चिकित्सालय के रक्त संग्रहण केन्द्र बीते वर्ष 6 दिसम्बर से खून के अभाव में रीता पड़ा है
। रक्त के बिना ऑपरेशन थियेटर में बड़े ऑपरेशन नहीं हो पा रहे हैं। वहीं रक्ताल्पता को रोगियों को चिकित्सकीय परामर्श के बाद रक्त के लिए बाहर जाना पड़ रहा है। वहीं आपात स्थित में परिजनोंं को ब्लड बैंक में स्पॉट ब्लड डोनेशन के माध्यम से बदल कर रक्त का इंतजाम करना पड़ रहा है।
पहली में 3 व दूसरी में ढाई माह ड्राई रहा संग्रहण केंद्र-
कोरोना संक्रमण का असर रक्त संग्रहण केन्द्र पर देखने को मिल रहा है। स्थित यह है कि सुद्रढ़ स्वास्थ्य सेवाओं के बीत तीन वर्ष से संक्रमण के दौर में रक्त संग्रहण केंद्र रीता है। पहली लहर में तीन माह जून, जुलाई व अगस्त में रक्त संग्रहण केन्द्र सूखा रहा। वहीं दूसरी लहर में ढाई माह तक रक्त संग्रहण केंद्र सूखा रहा। अब तीसरी लहर की दस्तक में डेढ़ माह से सूखा है।
मदर ब्लड बैंकों को भेजी चार बार मांग-
रक्त संग्रहण केंद्र के रक्त बीतने पर जिला चिकित्सालय से डेढ़ माह में चार बार मांग पत्र भेजा गया। इसके बाद भी रक्त की आपूर्ति नहीं मिली।
चिकित्सालय सूत्रों ने बताया कि जयपुरिया ब्लड बैंक को को तीन वार क्रमश: 55,24 व 55 यूनिट व करौली ब्लड बैंक को दिसम्बर माह में 27 यूनिट का मांग पत्र भेजा गया।
एक दशक बाद भी नहीं बदला हाल-
राजकीय चिकित्सालय में वर्ष 2009 में रक्त संग्रहण केन्द्र खोला गया। जिसे करौली ब्लड बैंक से सम्बद्ध कर रक्त की आपूर्ति तय की गई। बीते वर्ष एसडीएच चिकित्सालय को सरकार ने जिला चिकित्सालय में क्रमोन्नत कर दिया, लेकिन प्रति वर्ष डेढ़ से दो हजार यूनिट रक्तदान के बाद भी संग्रहण केंद्र जस के तस है।

इनका कहना है-
रक्त संग्रहण केन्द्र में फिलहाल रक्त के अभाव में रीत गया है। मदर ब्लड बैंकों से भी आपूर्ति नहीं मिल पा रही है। जयपुर व करौली ब्लड बैंक को मांग पत्र भेजा हुआ है।
डॉ. नमोनारायण मीणा, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी,
जिला चिकित्सालय, हिण्डौनसिटी।
फैक्ट फाइल

माह ——रक्त आपूर्ति ——–यूनिट उपलब्धता ———–रोगियों को चढ़ाया
जनवरी ——–110 —————110———————– 77
फरवरी ——–45 —————-78 ————————78
मार्च ———–08 —————-08 ————————08
अप्रेल———- 00 —————-00————————- 00
मई ————-08 —————08 —————————00
जून————-00 —————–08 ————————–08
जुलाई ———-63——————- 63 ————————-63
अगस्त———- 140 —————-140———————— 78
सितम्बर ———-20 ——————-82 ———————–79
अक्टूबर ———-105——————-108 ——————–105
नवम्बर———– 09———————-12 ———————–10
दिसम्बर ———–0 0——————-02 ———————–02(6 दिसम्बर से ड्राई)

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