सीएमएचओ डॉ. दिनेश मीना ने बताया कि जन्मजात विकृतियों से ग्रसित बच्चों को नवजीवन प्रदान करने वाली आरबीएसके टीमें घर-घर जाकर बाहरी देशों, राज्यो अथवा जिलों से आए व्यक्तियों की हेल्थ स्क्रीनिंग कर रही हैं। कोरोना वायरस से संदिग्ध होम आइसोलेट को कोई लक्षण आने पर नजदीकी चिकित्सा संस्थान में जांच की लिए आरबीएसके टीमों द्वारा जागरूक किया जा रहा है।
कंट्रोल रूम में सूचना देकर रैपिड रिस्पांस टीम द्वारा जांच करवाने के बारे में बताया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिलेभर में 10 आरबीएसके टीमें ग्रामीणों को घर में ही रहकर लॉक डाउन का पालन करने, कोविड-19 बीमारी फैलने की वजह, बचाव के बारे में जागरूक कर रही हैं। गौरतलब है कि टीमों द्वारा जिले के बाहर से आने वाले 2696 लोगों को होम आईसोलट किया है एवं नियमित देखरेख जारी है।