जिला पुलिस अधीक्षक प्रीति चंद्रा ने बताया कि मामले में प्रथम दृष्टया मासलपुर थानाधिकारी महेन्द्र सिंह की लापरवाही सामने आने पर उनको लाइन हाजिर करके उनके स्थान पर सूरौठ के युधिष्ठिर सिंह को थानाधिकारी लगाया है।
उन्होंने बताया कि यह मामला पूरी तरह से अवैध खनन और रंजिश को लेकर है। थानाधिकारी को लाइन हाजिर कर दिया। मामले में आरोपी डकैत रामलखन गुर्जर पुत्र गूजरमल निवासी चांवड़पुरा पर भरतपुर व धौलपुर जिले में पांच-पांच हजार रुपए का इनाम घोषित है।
डकैत रामलखन के खिलाफ 24 तथा उसके भाई बच्चन सिंह के खिलाफ भी विभिन्न थानों में 11 मुकदमे दर्ज है। एसपी ने जानकारी दी कि डकैत और उसके साथियों की तलाश में पुलिस टीम लगातार संदिग्ध ठिकानों पर दबिश दे रही हैं। जल्दी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
डकैत ने ठेकेदार के चालक को बेरहमी से पीटा, फिर नाक में नकेल डाल पिलाया यूरिन डकैत रामलखन द्वारा चालक की पिटाई करने के बाद उसे मूत्र पिलाने तथा वीडियो बना वायरल करने का समाचार राजस्थान पत्रिका में 11 जनवरी को प्रमुखता से प्रकाशित हुआ। इस पर जिला पुलिस अधीक्षक सुबह ही मासलपुर थाने पहुंची। उन्होंने थानाधिकारी से मामले को लेकर सवाल-जवाब किए। कहा कि जब मामला तीन दिन पहले सामने आ गया तो उन्होंने इस मामले में शिथिलता क्यों दर्शायी।
मामला निकला कैलादेवी थाने का
पुलिस अनुसंधान में पता चला है कि चालक से मारपीट कर नकेल डालने और मूत्र पिलाने का 6 जनवरी का ये मामला कैलादेवी थाना इलाके में बघेल के डांडा क्षेत्र का है। नवनियुक्त थानाधिकारी युधिष्ठर सिंह ने बताया कि पीडि़त ने प्राथमिकी में गलत स्थान का उल्लेख किया और मूत्र पिलाने की घटना भी नहीं लिखी थी। पीडि़त पक्ष के बयान और मूत्र पिलाने की घटना का वीडियो वायरल होने पर पुलिस ने साइबर सैल की मदद से पड़ताल की तो घटना का स्थान कैलादेवी इलाका सामने आया। अब पुलिस इस दिशा में आगे बढ़कर अनुसंधान कर रही है।