इसी दौरान रास्ते में डकैत रामलखन, बचन डकैत तथा उनके साथियों ने चालक को पकड़ कर मशीन से उतार लिया। उन्होंने चालक की बेरहमी से पिटाई की, नाक में नकेल डालने के बाद उसके ऊपर पेशाब कर दिया। इसका वीडियो भी बना लिया। डकैत ने चालक को धमकी दी कि उसके मालिक (ठेकेदार) ने पुलिस में दर्ज मामले में राजीनामा नहीं किया तो अंजाम और भी बुरा होगा। चालक की जेब से डकैत ने 22 हजार रुपए भी निकाल लिए और जंगल में पटकर छोड़ गए।
पीडि़त ने इसकी प्राथमिकी मासलपुर थाने में दर्ज कराई है। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस वायरल वीडियो जारी करने वाले व डकैत की तलाश में जुट गई है। पुलिस की विभिन्न टीम जंगलों में दबिश दे रही हैं। मासलपुर थानाधिकारी महेन्द्र सिंह ने बताया कि डकैत के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। नाक में नकेल तथा पेशाब पिलाने का जो वीडियो वायरल हुआ है, वो धुंधला है। इस कारण इसकी भी जांच की जा रही है। डकैतों की गिरफ्तारी के बाद खुलासा होगा वीडियो किसने बनाया, और किसने वायरल किया।
ठेकेदार के भाई को भी पीटा था
इससे पहले डकैत रामलखन व उसके साथियों ने ठेकेदार कप्तान सिंह गुर्जर के भाई शिवराम गुर्जर की 15 दिसम्बर को पिटाई कर 15 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी। इसकी सूचना भी मासलपुर थाने में दर्ज कराई गई। जिसमें बताया कि 15 लाख रुपए की फिरौती देने के बाद ही ठेकेदारी करने की धमकी दी है। यह मामला दर्ज होने के बाद पुलिस कार्रवाई करती इससे पहले ही डकैत ने ठेकेदार के चालक की नाक में नकेल डालने की घटना को अंजाम दे डाला।
एसपी को सौंपा ज्ञापन
इधर मासलपुर पुलिस की उदासीनता से नाराज पीडि़त व ग्रामीणों ने जिला पुलिस अधीक्षक प्रीति चंद्रा को ज्ञापन सौंप डकैत व उसके साथियों को गिरफ्तार करने की मांग की है। उन्होंने बताया कि डकैत के आतंक से गांवों में भय का माहौल है।
इस कारण पत्थर खनन तथा अन्य विकास कार्यों के ठेकेदारों ने काम बंद कर दिया है। इसके बाद भी पुलिस डकैतों को गिरफ्तार नहीं कर पा रही है। ज्ञापन सौंपने वालों में ठेकेदार कप्तान सिंह, पीडि़त चालक हंसराम गुर्जर तथा ग्रामीण शामिल थे।