करौली

दौसा-गंगापुर के बाद अब इस रेल लाइन का काम पकड़ेगा रफ्तार, 13 साल का लंबा इंतजार होगा खत्म

Karauli Rail Project : करीब 27 वर्ष के लम्बे इंतजार के बाद आखिर गंगापुरसिटी-दौसा के बीच ट्रेक पर ट्रेन दौड़ने का इन क्षेत्रों के बाशिंदों का सपना पूरा होने के बाद अब करौली जिला मुख्यालय के बाशिंदें भी ट्रेक पर ट्रेन दौड़ने का सपना संजोए हुए हैं।

करौलीMar 19, 2024 / 02:47 pm

Kirti Verma

Karauli Rail Project : करीब 27 वर्ष के लम्बे इंतजार के बाद आखिर गंगापुरसिटी-दौसा के बीच ट्रेक पर ट्रेन दौड़ने का इन क्षेत्रों के बाशिंदों का सपना पूरा होने के बाद अब करौली जिला मुख्यालय के बाशिंदें भी ट्रेक पर ट्रेन दौड़ने का सपना संजोए हुए हैं। यूं तो क्षेत्र के लोग दशकों से रेल की बोट जोह रहे हैंए लेकिन वर्ष 2010-11 में धौलपुर-गंगापुरसिटी वाया करौली रेल परियोजना की स्वीकृति के बाद भी अब तक रेल का इंतजार बना हुआ है।

असल में यह रेल परियोजना की शुरूआत से ही धीमी गति रही है। इसके लिए करीब 13 वर्ष का लम्बा अरसा गुजरने के बाद भी अभी तक रेल का इंतजार बरकरार है। हालांकि प्रथम पेज में धौलपुर-सरमथुरा के बीच नैरो गेज से ब्रॉड गेज लाइन परिवर्तन का काम जारी है, जबकि द्वितीय फेज में सरमथुरा से गंगापुरसिटी वाया करौली रेल लाइन के लिए पिछले माह भेजी गई 1861 करोड़ रुपए की डीपीआर को हरी झण्डी मिलने का इंतजार है।

इस डीपीआर के मंजूर होने के बाद ही सरमथुरा-करौली-गंगापुरसिटी रेल लाइन के विस्तार का कार्य शुरू हो सकेगा। गौरतलब है कि दशकों की मांग के बाद धौलपुर-गंगापुरसिटी वाया करौली रेल लाइन वर्ष 2010-2011 में स्वीकृत हुई थी। इससे इलाके के बाशिंदों को रेल का सपना पूरा होने की उम्मीद जागी। लेकिन शुरू से ही यह रेल परियोजना धीमी गति से चली है। जिसके चलते अब तक एक भी चरण का कार्य पूरा नहीं हुआ है।

वर्ष 2012-13 में परियोजना के सर्वे का काम हुआ। साथ ही वर्ष 2013 में सरमथुरा में इस परियोजना का शिलान्यास किया था। इसके बाद कार्य भी शुरू हुआ। लेकिन फिर कार्य बंद कर दिया गया। इसके बाद फिर से कार्य शुरू हुआ।

परियोजना के प्रथम चरण में धौलपुर से सरमथुरा तक लगभग 69 किलोमीटर आमान परिवर्तन का कार्य उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज के अधीन किया जा रहा है। इस चरण की अनुमानित लागत लगभग 747 करोड़ रुपए है। जबकि दूसरे चरण में सरमथुरा से करौली होते हुए गंगापुरसिटी तक रेल ट्रेक का विस्तार होना है। जिसकी डीपीआर तैयार होकर रेलवे बोर्ड को भिजवाई जा चुकी है।


नैरोगेज की पटरियां हटाई, लाइन बिछाने की तैयारी
धौलपुर स्टेशन से तांतपुर तक छोटी लाइन की गत दिनों पुरानी पटरियों को हटा दिया गया। यहां धौलपुर स्टेशन से ट्रेक बिछाने के लिए जमीन तैयार की जा रही है। यहां पचगांव चौकी समेत अन्य स्थानों पर ट्रेक पर छोटी अण्डर पास और पुलिया निर्माण हो रहा है। माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों ट्रेक के लिए सीमेंटेड स्लीपर बिछाने का कार्य शुरू हो जाएगा। भारी तादात में स्लीपर और गिट्टी का स्टॉक किया जा रहा है।

दो मंजिला भवन बनेगा 900 मीटर क्षेत्र
धौलपुर शहर में नैरोगेज स्टेशन परिसर में अब दो मंजिला मुख्य स्टेशन भवन बनकर तैयार होगा। इसको लेकर कार्य शुरू हो गया। यह करीब 900 मीटर क्षेत्र में बनेगा। मुख्य स्टेशन से यात्री मुंबई-दिल्ली लाइन की ट्रेन के अलावा भविष्य में गंगापुरसिटी व सरमथुरा के लिए ट्रेन में सवार हो सकेंगे।

9 प्लेटफार्म और 11 ट्रेक बनेंगे
वर्तमान में धौलपुर स्टेशन पर छह प्लेटफार्म तैयार हैं। इसमें चार पुराने हैं। जबकि कुल प्लेटफार्म 9 बनने हैं। इसमें तीन का इस्तेमाल धौलपुर-गंगापुरसिटी लाइन के लिए होगा। धौलपुर स्टेशन पर कुल 11 ट्रेक बिछेंगे। वर्तमान में 7 ट्रेक हैं जबकि दो ट्रेक गंगापुरसिटी लाइन के बिछाए जाने हैं।

15 बड़े पुल, 71 छोटे पुल शामिल
द्वितीय चरण की डीपीआर में सरमथुरा से गंगापुरसिटी तक की लगभग 76 किमी की दूरी में इस दूरी में 15 बड़े पुल तथा 71 छोटे पुल के निर्माण भी शामिल हैं। इस चरण में 36 आरयूबी और 8 आरओबी भी निर्धारित हैं।

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