scriptन्यायिक अभिरक्षा में जेल में मौत: परिजनों ने दूसरे दिन भी शव लेने से किया इंकार | Death in jail in judicial custody: Family refuses to take dead body | Patrika News

न्यायिक अभिरक्षा में जेल में मौत: परिजनों ने दूसरे दिन भी शव लेने से किया इंकार

locationकरौलीPublished: Sep 27, 2021 09:11:52 pm

Submitted by:

Surendra

न्यायिक अभिरक्षा में जेल में मौत: परिजनों ने दूसरे दिन भी शव लेने से किया इंकार
मेडिकल बोर्ड से हुआ पोस्टमार्टम
मृतक के पिता की ओर से पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या के आरोप की प्राथमिकी
करौली। यहां जिला कारागृह में रविवार को न्यायिक अभिरक्षा के दौरान एक आरोपी युवक मुकेश उर्फ मोनू की संदिग्ध परिस्थिति में हुई मौत के मामले में परिजनों ने मौत की उच्चस्तरीय जांच सहित अन्य मांगों को लेकर दूसरे दिन भी शव लेने से इंकार कर दिया। पुलिस ने चिकित्सकीय बोर्ड से शव का दोपहर में पोस्टमार्टम करवा दिया।

न्यायिक अभिरक्षा में जेल में मौत: परिजनों ने दूसरे दिन भी शव लेने से किया इंकार

न्यायिक अभिरक्षा में जेल में मौत: परिजनों ने दूसरे दिन भी शव लेने से किया इंकार

न्यायिक अभिरक्षा में जेल में मौत: परिजनों ने दूसरे दिन भी शव लेने से किया इंकार

मेडिकल बोर्ड से हुआ पोस्टमार्टम

मृतक के पिता की ओर से पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या के आरोप की प्राथमिकी
करौली। यहां जिला कारागृह में रविवार को न्यायिक अभिरक्षा के दौरान एक आरोपी युवक मुकेश उर्फ मोनू की संदिग्ध परिस्थिति में हुई मौत के मामले में परिजनों ने मौत की उच्चस्तरीय जांच सहित अन्य मांगों को लेकर दूसरे दिन भी शव लेने से इंकार कर दिया। हालांकि पुलिस ने चिकित्सकीय बोर्ड से शव का दोपहर में पोस्टमार्टम करवा दिया।
इससे पहले सुबह मृतक के आक्रोशित परिजनों ने करौली कोतवाली के सामने धरना देते हुए प्रदर्शन किया और लगभग दो घंटे कोतवाली के सामने सड़क पर जाम भी लगाया। इस दौरान मृतक के पिता भूदेव अवस्थी द्वारा हिण्डौन में नई मण्डी थानाधिकारी दिनेश मीणा सहित पुलिस कर्मियों और एक पत्रकार के खिलाफ हत्या के आरोप की सौंपी गई प्राथमिकी करौली कोतवाली में दर्ज कर ली गई। इसके बाद पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों और अन्य लोगों की समझाइश पर परिजनों ने कोतवाली के सामने से धरना खत्म किया और अपने घर हिण्डौन चले गए। उन्होंनेे शव लेने से इंकार कर दिया। हिण्डौन में जाकर परिजन सहित कुछ लोगों ने उपखण्ड अधिकारी कार्यालय पर पुलिस के खिलाफ नारे लगाते हुए प्रदर्शन किया। कुछ देर के लिए अस्पताल मार्ग पर जाम भी लगाया।

पोस्टमार्टम से नहीं खुलासा, बिसरा भेजा एफएसएल

इधर जिला चिकित्सालय में न्यायिक अधिकारी विभा आर्य की उपस्थिति में तीन चिकित्सकों के बोर्ड ने मृतक के शव का पोस्टमार्टम किया। बोर्ड में शामिल चिकित्सक डॉ. गोविन्द गुप्ता तथा डॉ. शिशुपाल मीणा ने बताया कि पोस्टमार्टम से प्राथमिक तौर पर मौत के कारणों का पता नहीं चल सका है। गहनता से जांच की मंशा से मृतक का बिसरा जयपुर में एफएसएल को भेजा गया है। उन्होंने बताया कि जाहिरा तौर पर मृतक के शरीर पर किसी तरह के चोट के निशान या मौत के अन्य कोई लक्षण नहीं पाए गए।
ये है मामला


हिण्डौन में मोहननगर निवासी 21 वर्षीय मुकेश अवस्थी उर्फ मोनू को पुलिस से मारपीट, बदसलूकी और जातिसूचक शब्दों से अपमानित करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। उसे 24 को करौली न्यायालय में पेश किया, जहां से न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। 26 को तबीयत बिगडऩे पर पहले जेल में उसका चिकित्सक ने उपचार किया। स्थिति बिगडऩे पर उसे चिकित्सालय रैफर किया तो वहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
आरोप जेल में जहर देकर मारा

मृतक के पिता भूदेव अवस्थी ने प्राथमिकी में आरोप लगाया है कि हिण्डौन में नई मण्डी थानाधिकारी दिनेश मीणा की मिलीभगत से नशीली वस्तुओं का कारोबार थाने के पास चल रहा है। इसकी उसने वीडियो रिकॉर्डिग करके पुलिस उच्चाधिकारियों को शिकायत की थी। इसी से रंजिश रखते हुए थानाधिकारी ने बिना कारण के उसके पुत्र मुकेश को घर से उठाया और मारते-पीटते थाने ले गए। वहां भी उसे प्रताडित किया गया। भूदेव ने प्राथमिकी में नई मण्डी थानाधिकारी सहित अन्य पुलिस कर्मियों पर करौली जेल में खाने में जहर देकर मुकेश की हत्या करने का आरोप लगाया है। भूदेव के अनुसार मौत से एक दिन पहले वह जेल में मुकेश से मुलाकात करने गया था, तब वह सही स्थिति में था
इनका कहना है …

पुलिस पर लगाए जा रहे आरोप मिथ्या और द्वेषतापूर्ण हैं क्योंकि इस परिवार के सदस्यों पर कई मामले दर्ज हैं। पुलिस ने शव को ले जाने के लिए समझाइश की थी। मृतक के परिजनों की मांग पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। शव का बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया है। मामले की न्यायिक जांच भी चल रही है।

मृदुल कच्छावा, पुलिस अधीक्षक करौली

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो