scriptDeaths of Deer: Why Rajasthan face again and again deaths of deer? | 10-12 आवारा श्वानों का झुंड खेत-खलिहानों में घूमता रहता है, जब भी मिलें हिरण पेट फाड़कर खा जाते हैं ये उन्हें | Patrika News

10-12 आवारा श्वानों का झुंड खेत-खलिहानों में घूमता रहता है, जब भी मिलें हिरण पेट फाड़कर खा जाते हैं ये उन्हें

locationकरौलीPublished: Jul 30, 2018 08:27:42 pm

Submitted by:

Vijay ram

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Deer
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करौली/हिंडौन/निसूरा/बालघाट.
राजस्थान में केलादेवी अभ्यारण्य व चंबल से जुड़े जंगल में भी वन्यजीव सुरक्षित नहीं है। इनसे सटे गांव-कस्बों के लोग आए दिन हिरणों की लाशें देखते हैं। लेकिन सरकारी तंत्र मानों आंख मूंदे बैठा है, आखिर क्यों हिरणों का शिकार हो रहा है और वे कब तक बेमौत मरेंगे..
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