चिकित्सालय सूत्रों के अनुसार जिले के एसडीएच स्तर के राजकीय चिकित्सालय में दवा योजना के मानकों के अनुसार 350 प्रकार की दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित रखने की अनिवार्यता की हुई है। हालाकि जरुरी दवाओं में हर माह इजाफा होने से यह संख्या बढकऱ 624 तक पहुंच गई है। योजना में दवाओं की खासी उपलब्धता के बावजूद कोरोना काल में भी आधा दर्जन से अधिक दवाओं की आपूर्ति नहीं हो रही है। इसमेंं चार प्रकार के इंजेक्शन, तीन प्रकार की टेबलेट व तीन प्रकार के ग्लब्ज शामिल हैं। खास तौर पर ये दवाएं दौरा आने पर, प्रसव पीडा, स्थानीय निश्चेतक,रक्तचाप व खून रोकने के काम आती हैं। जिला ड्रग भंडार द्वारा आपूर्ति नहीं होने पर मांग पत्र देने वाले चिकित्सालय को एनएसी जारी की जाती है। उसके आधार पर दवाओं की खरीद कर जाती है।
राजकीय चिकित्सालय में नि:शुल्क दवा योजना के तहत दवा वितरण काउंटर संचालित हैं। रोगियों की सुवधि के लिए तीन चिकित्सालय भवन में तथा एक बाहर उपभोक्ता भण्डार की दुकान के पास बाहर संचालित हैं। ओपीडी समय में सभी चार काउंटरों से सुबह 8 से 2 बजे तक दवा वितरण होता है। वहीं आपातकालीन पारी में एक दवा वितरण काउंटर चौबीस घंटे संचालित रहता है।
इनका कहना है-
नि:शुल्क दवा योजना मेंं जरुरत की सभी दवाएं उपलब्ध हैं। जिला भण्डारगृह में अनुपलब्ध दवाओं की एनएसी के आधार पर खरीद कर रोगियों को मुहैया कराया जाता है।
-डॉ. नमोनारायण मीणा, पीएमओ राजकीय चिकित्सालय हिण्डौनसिटी