ग्राम पंचायत हरनगर के सरपंच ओकेश माली सहित ग्रामीणों की ओर से सोमवार को उपजिला कलक्टर को जिला कलक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें बताया है कि हरनगर पंचायत में भीकमपुरा गांव पूर्व से जुड़ा है, जिसे परिसीमन के बाद नई ग्राम पंचायत डूंडापुरा में जोडऩे की प्रक्रिया चल रही है, जो उचित नहीं है। क्योंकि भीकमपुरा गांव डूंडापुरा से करीब 15 किलोमीटर है, जिसका रास्ता भी दुर्गम है।
आवागमन के साधन नहीं है। इसके अलावा मतदाताओं को भी मतदान करने जाने में परेशानी आएगी। ऐसे में भीकमपुरा गांव हरनगर पंचायत में यथावत रखा जाना चाहिए। इस दौरान वार्ड पंच सुनीता, अमरलाल, विन्देश्वर सिंह, महेन्द्र सिंह जादौन, जगन्नाथ, मदन, वीरपाल आदि मौजूद थे।
इसी क्रम में गुड़ला ग्राम पंचायत के लोगों ने एसडीएम को सौंपे ज्ञापन में बल्लूपुरा, भगतपुरा, सिलपुरा को गुड़ला ग्राम पंचायत में यथावत रखने की मांग की है। ग्रामीण अन्तूलाल, निक्की, राजेश, राजाराम, हरकेश, राजप्रसाद, राधे, विजेन्द्र सिंह सहित अन्य ने ज्ञापन में बताया है कि बल्लूपुरा, भगतपुरा, सिलपुरा गांव दशकों से गुड़ला पंचायत में शामिल हैं, लेकिन परिसीमन में नई पंचायत बनाई जा रही आगर्री में इन तीनों गांवों को जोडऩे की संभावना है। ग्रामीणों ने तीनों गांवों को गुड़ला में ही रखने की मांग की है।
इसी प्रकार सोमवार को उपजिला कलक्टर को सौंपे गए एक अन्य ज्ञापन में परिसीमन में राजस्व गांव मंडाखेड़ा को नई ग्राम पंचायत बनाने की मांग की गई है। ज्ञापन में बताया है कि वर्तमान में मंडाखेड़ा गांव खेडिय़ा ग्राम पंचायत में है। मंडाखेड़ा से वर्तमान ग्राम पंचायत की दूरी 7 किलोमीटर है। पंचायत का यह सबसे बड़ा गांव है।
पूर्व में यह गांव ग्राम पंचायत मुख्यालय था। आबादी सहित अन्य सरकारी व्यवस्थाओं को लेकर गांव ग्राम पंचायत की अर्हता भी रखता है। इस दौरान वार्ड पंच तेजसिंह, मुनेश शर्मा, विजय कोली, हल्की, मुन्नो बाई, रोशनलाल, श्याम शर्मा, घनश्याम, सुरेशचन्द सहित अन्य ग्रामीण मौजूद थे।