हंगामे के बीच विकास कार्यों पर चर्चा
करौलीPublished: Jul 06, 2019 12:32:21 pm
नगर परिषद सभापति अरविंद जैन की अध्यक्षता में शुरू हुई बैठक में आयुक्त प्रेमराज मीणा ने गत बैठक के प्रस्तावों और कार्रवाई को पढ़कर सुनाई। बोर्ड बैठक में पहली बार पहुंचे विधायक भरोसीलाल जाटव का बोर्ड द्वार स्वागत किया गया। बैठक में झारेड़ा फाटक के पास स्थित राजस्व गांव ढहराकापुरा, महमदपुरियान कापुरा व महावर कॉलोनी को नगर परिषद क्षेत्र में शामिल करने का प्रस्ताव सदन की पटल पर रखा।
हंगामे के बीच विकास कार्यों पर चर्चा
जल भराव रोकने के लिए रास्तों में ६० लाख के मोर्ररम व छर्रा डालने का प्रस्ताव
– ढहराकापुरा को शहर में शामिल करने का प्रस्ताव सरकार को भेजेंगे
हिण्डौनसिटी. पंचायत समिति के सभागार में शुक्रवार को हुई नगर परिषद की बोर्ड बैठक में हंगामे के बीच विकास कार्यों पर चर्चा की गई। इस दौरान बारिश में रास्तों में जल भराव के हालात से निपटने के लिए मोर्ररम, मिट्टी व छर्रा डालने के लिए ६० लाख रुपए की राशि का प्रस्ताव पारित किया गया। इस दौरान नगरीय सीमा से सटे गांव ढहरा का पुरा को नगर परिषद क्षेत्र में जोडऩे ाि प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजने का निर्णय लिया गया। नगर परिषद सभापति अरविंद जैन की अध्यक्षता में शुरू हुई बैठक में आयुक्त प्रेमराज मीणा ने गत बैठक के प्रस्तावों और कार्रवाई को पढ़कर सुनाई। बोर्ड बैठक में पहली बार पहुंचे विधायक भरोसीलाल जाटव का बोर्ड द्वार स्वागत किया गया। बैठक में झारेड़ा फाटक के पास स्थित राजस्व गांव ढहराकापुरा, महमदपुरियान कापुरा व महावर कॉलोनी को नगर परिषद क्षेत्र में शामिल करने का प्रस्ताव सदन की पटल पर रखा। पार्षद गोपेंद्र सिंह ने पटेल नगर, संतोष नगर व बड़कापुरा को भी शहरी क्षेत्र से जोडऩे का मुद्दा उठाया। इस पर पार्षद भगवान सहाय शर्मा ने वर्ष २०११ की जनगनणा के नियम का हवाला दे इस का विरोध किया। बाद में बोर्ड ने प्रस्ताव को राज्य सरकार को भेजने का निर्णय लिया। पार्षद भगवान शर्मा ने शहरी जल योजना व अमृत योजना में क्षतिग्रस्त हुई सड़कों की संबंधित एजेंसी की बजाय नगर परिषद द्वार कराने का आरोप लगाया। इस पर सभापति ने जलदाय विभाग के खिलाफ उपजिला मजिस्ट्रेट न्यायालय में इस्तगासा दाखिल करने व २ करोड़ ४ लाए रुपए की राशि जमा रखने की कार्रवाई की जानकारी दी। शर्मा ने कहा कि दो जल योजनाओं में करोड़ रुपए होने के बाद भी शहर के लोगों को पानी नहीं मिल पा रहा है। इस पर विधायक ने कहा कि वे जलयोजना में गड़बड़ी की शिकायत मुख्यमंत्री, जलदाय मंत्री बीडी कल्ला व एसीड़ी में कर चुके हैं। बैठक में वार्डों में विकास कार्य की राशि तय करने पर चर्चा की गई। सभापति ने बताया कि एक वार्ड में ५ लाख से ५० लाख रुपए तक के विकास कार्य कराए जा सकते हैं। बारिश के दौरान जलभराव वाले इलाकों के लिए मिट्टी, छर्रा व मोर्ररम के लिए २०-२० लाख के प्रस्ताव पारित किया गया। इस दौरान दशहरा पर राम बारात व दशहरा मेला आयोजित करने का प्रस्ताव लिया गया। पार्षद भगवान सहाय शर्मा ने दशहरा के लिए अलग से बैठक बुलाने की मांग कर प्रस्ताव का विरोध किया। बैठक में पटल पर रखे पशु मेला व कवि सम्मेलन आयोजन के प्रस्ताव को आगामी बैठक के लिए स्थगित कर दिया। बैठक में उपसभपति नफीस अहमद सहित अनेक पार्षद मौजूद थे।