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छात्राओं ने मांजे बर्तन, छात्रों ने की सफाई

locationकरौलीPublished: Jul 01, 2019 07:27:09 pm

Submitted by:

vinod sharma

पत्रिका लाइवकरौली. प्रवेशोत्सव के पहले दिन सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का माहौल नहीं बना और व्यवस्थाओं को सजाने-संवारने में ही पहला दिन बीता।

Disobedience of government orders

छात्राओं ने मांजे बर्तन, छात्रों ने की सफाई

छात्राओं ने मांजे बर्तन, छात्रों ने की सफाई


करौली. प्रवेशोत्सव के पहले दिन सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का माहौल नहीं बना और व्यवस्थाओं को सजाने-संवारने में ही पहला दिन बीता। हालांकि विभाग के आदेश के अनुसार यह सब २४ से ३० जून के बीच हो जाना था। इस कारण से करौली जिला मुख्यालय के सरकारी स्कूलों में ही पहले दिन विभागीय अधिकारियों के आदेश की फजीहत होती नजर आई। पत्रिका टीम ने सोमवार को स्कूलों में जाकर देखा तो अव्यवस्था की स्थिति थी।
उल्लेखनीय है शिक्षा विभाग ने २४ जून से स्कूल खोलकर अध्यापकों की उपस्थिति को अनिवार्य किया था, साथ ही आदेश दिए थे कि एक जुलाई से शैक्षणिक सत्र शुरू होगा। शैक्षणिक सत्र की शुरुआत से पहले साफ, सफाई, पोषाहार, बिजली, पानी तथा अन्य व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर लेनी थी। इस आदेश की जांच के लिए राजस्थान पत्रिका की टीम ने राजकीय उच्च बालिका माध्यमिक स्कूल वजीरपुर दरवाजा व स्वतंत्रता सेनानी चिरंजीलाल राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल में जाकर देखा तो दोनों ही स्कूलों में हाल-बेहाल मिले। दोनों मामले में जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) ने जांच कराने की बात कही है।

पढ़ाई नहीं, बर्तन मांजती दिखी छात्राएं
करौली के राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक स्कूल वजीरपुर दरवाजा में पत्रिका की टीम सुबह 10.15 बजे पहुंची। स्कूल की अध्यापिका प्रवेशोत्सव की औपचारिकता में लगी थी। पोषाहार कक्ष में पोषाहार प्रभारी के साथ पहुंचे, तो वहां पर कक्षा-सात व आठ की छात्राएं पोषाहार पकाने के बर्तन मांज रही थीं। पत्रिका टीम को देख छात्राएं झिझक गई तथा बर्तनों को मांजना छोड़ दिया। इस दौरान पोषाहार प्रभारी अनिल गुप्ता ने कहा कि इन छात्राओं से किसी ने बर्तन मांजने के लिए नहीं कहा। वे तो खुद अपनी मर्जी से ऐसा कर रही थी।उन्होंने पत्रिका टीम के सामने ही छात्राओं को बर्तन नहीं मांजने की नसीहत भी दे डाली। छात्राएं अपने शिक्षक के आगे मौन खड़ी रहीं। स्कूल में सुबह दूध का वितरण भी नहीं किया गया था। स्कूल की प्रधानाचार्य निर्मला शर्मा ने बताया कि दूध का भुगतान काफी समय से नहीं मिला है। इससे दूध लाने में परेशानी आती है। उन्होंने अंग्रेजी व राजनीति विज्ञान विषय के अध्यापकों के पद रिक्त होने की समस्या बताई।

टेबल-कुर्सियों की धुलाई
इसके बाद लगभग 11 बजे स्वतंत्रता सेनानी चिरंजीलाल राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल टीम पहुंची। वहां पर नए प्रवेश व टीसी कटाने वाले विद्यार्थियों की चहल-पहल थी। लेकिन स्कूल में छात्र टेबल-कुर्सी साफ करते नजर आए। एक अध्यापक की मौजूदगी में छात्र टेबल-कुर्सियों को पानी से धुलाई व सफाई कर रहे थे। छात्रों ने बताया कि पहले दिन पढ़ाई नहीं हो पाई। पहला दिन साफ-सफाई में ही गुजर गया।

गम्भीर लापरवाही, नोटिस देंगे
स्कूल प्रबंधन को साफ-सफाई व अन्य व्यवस्थाएं २४ से ३० जून के बीच करनी थी। करौली के दोनों स्कूलों में यह व्यवस्थाएं नहीं होना गम्भीर लापरवाही है। इस कारण नोटिस देकर उनसे जवाब लिया जाएगा,
वीरसिंह बेनीवाल जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक, करौली
अब देना होगा परीणाम, नहीं चलेगा बहाना

https://www.patrika.com/karauli-news/now-give-the-result-not-excuse-4776377/

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