रक्तदान से जुड़े स्वयं सेवी संगठनों द्वारा हिण्डौन में औसतन हर दूसरे माह रक्तदान शिविर लगाया जाता हैं। प्रत्येक शिविर में औसतन 100-150 यूनिट तक रक्तदान होता है। कोरोना संक्रमण हल्काने पर युवाओं ने मई माह में एक मैरिज गार्डन में शिविर लगा 64 यूनिट रक्तदान किया। वहीं 11 जुलाई को चिकित्सालय में लगे शिविर में 91 जनों ने रक्तदान किया। इसके बावजूद रक्त संग्रहण करने वाली प्रथम मदर ब्लड बैंक से नियमित व मांग के अनुरूप रक्त की आपूर्ति नहीं मिल पाती है। ऐसे में रक्त संग्रहण केंद्र में प्राय: रीता रहता है। या फिर चंद यूनिट रक्त उपलब्ध रहता है।
राजकीय चिकित्सालय में महज 13 दिन में 63 यूनिट रक्त की खपत रक्त जरुरत बानगी है। 11 जुलाई को भारत विकास परिषद की ओर से लगे रक्तदान शिविर में आई जयपुरिया अस्पताल की टीम 63 यूनिट रक्त लेकर आई थी। जिसे 12 जुलाई से रोगियों के जारी किया गयाा। पहले दिन 9, दूसरे दिन 14 व तीसरे दिन 10 यूनिट रक्त लगने से 24 जुलाई को रक्त संग्रहण केंद्र रीत गया।
राजकीय चिकित्सालय के रक्त संग्रहण केन्द्र को मदर ब्लड बैंक ों से सात माह मेंं महज 226 यूनिट रक्त उपलब्ध कराया गया गया है। जबकि इससे कही अधिक इस अवधि में लगे शिविरों में शहर के लोगों ने रक्तदान कर दिया। चिकित्सालय सूत्रों के अनुसार जयपुरिया अस्पताल से दो बार व करौली से पांच बार रक्त की आपूर्ति हुई है।
रक्त की आवक
दिनांक ……….यूनिट ……………..मदर ब्लड बैंक
8 जनवरी…….50 यूनिट …………जयपुरिया अस्पताल
22 जनवरी ….60 यूनिट ……………करौली जिला चिकित्सालय
6 फरवरी ……40 यूनिट ……………करौली जिला चिकित्सालय
11 फरवरी …..05 यूनिट……….. …करौली जिला चिकित्सालय
1 मार्च……….. 08 यूनिट ………….करौली जिला चिकित्सालय
11 जुलाई ……63 यूनिट …………..जयपुरिया अस्पताल
माह ………….यूनिट
जनवरी ………….77
फरवरी ………….78
मार्च……………….08
अपे्रल……………..00
मई …………………00
जून …………………08
जुलाई……………….63
ब्लड बैंकों को भेजे हैं मांग पत्र
रक्त संग्रहण केंद्र में रक्त नहीं है। आपूर्ति के लिए मदर ब्लड बैंकों को मांग पत्र भेजा गया है।
डा. नमोनारायण मीणा, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी,राजकीय चिकित्सालय हिण्डौनसिटी.