आरोपियों की आए दिन की प्रताडऩा से परेशान होकर महिला ने आग लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में कोतवाली थाना पुलिस ने एक महिला कांस्टेबल व आरोपी दंपत्ती समेत कईयों के खिलाफ आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का मामला दर्ज किया था। घटना के बाद से ही आरोपी विजय और उसकी पत्नी प्रीति फरार चल रहे थे।
इनकी गिरफ्तारी के लिए 24 मई 2019 को तत्कालीन एसपी प्रीति चन्द्रा की ओर से दो-दो हजार रुपए का इनाम घोषित किया था।लालरामपुरा में रिश्तेदार के घर से दबोचे-आरोपी विजय शर्मा व उसकी पत्नी प्रीति शर्मा मंगलवार रात 10 बजे बांदीकुई से लालारामपुरा में अपने एक रिश्तेदार के घर पहुंचे थे। इसकी सूचना मिलने पर डीएसटी प्रभारी यदुवीर सिंह, कोतवाली थानाप्रभारी हेमेन्द्र सिंह, हैड कांस्टेबल रविन्द्र सिंह, परमजीत सिंह, मानसिंह, संदीप, तेजवीर, हरिओम, ओमवती, सुखवीर, साईबर सेल के जिलेसिंह, मनीष कुमार और पुष्पेन्द्र अलग-अलग वाहनों से लालाराम पुरा पहुंचे और आरोपी प्रीति की बुआ के घर को घर लिया। इसके बाद घर की तलाशी लेकर दोनों को दबोच लिया।
डीएसटी प्रभारी ने बताया कि मामले में एक महिला कांस्टेबल भी नामजद थी।जिसको पूर्व में गिरफ्तार कर पुलिस सेवा से बर्खास्त किया गया था। इनकी रही महत्वपूर्ण भूमिका-डीएसटी प्रभारी यदुवीरसिंह ने बताया कि इनामी दंपत्ती की तलाश में डीएसटी कई दिनों से लगी हुई थी। सायबर सेल की की मदद से उनकी कॉल लोकेशन, सीडीआर निकलवाई गई। कांस्टेबल परमजीत सिंह व मानसिंह पिछले छह माह से मुखबिरों के माध्यम दंपत्ति के बारे में जानकारी जुटा रहे थे। लेकिन मुखबिरी अब काम आई। दोनों कांस्टेबल की कार्रवाई में मुख्य भूमिका रही। इसके लिए उन्हें सम्मानित किया जाएगा।
छह माह में पकड़े 11 इनामी बदमाश- सूत्रों के अनुसार छह माह पहले डीजीपी के आदेश पर संगठित अपराध, अवैध मादक पदार्थ बिक्री रोकने, इनामी बदमाश व दस्युओं को पकडऩे के लिए एसपी के निर्देशन में डीएसटी का गठन किया गया। तब से ही जिले के 59 इनामी बदमाश व डकैत डीएसटी की रड़ार पर थे। बीते छह माह में 57 हजार का इनाम घोषित 11 इनामी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इनमें 15 हजार का इनामी व यूपी, एमपी और राजस्थान की पुलिस के लिए चुनौती बना कुख्यात डकैत लटूरी गुर्जर भी शामिल है। जिसके पिछले माह डीएसटी ने दबोचा था।