डीएसटी प्रभारी यदुवीर सिंह ने बताया कि सिकरौदा जट्ट व सिकरौदा मीणा गांव में सट्टे की खाईवाली करते हुए सिकरौदा निवासी दिनेश चंद शर्मा को गिरफ्तार किया है। जिसके कब्जे से 9 हजार रुपए की राशि जब्त की गई है। इसी प्रकार शाहगंज निवासी शिभूदयाल गुप्ता को पुरानी पोस्ट ऑफिस के समीप से खाईवाली करते दबोचा है। तलाशी के दौरान उसके पास मिले 7230 रुपए जब्त किए हैं। वहीं शाहगंज निवासी भूरसिंह प्रजापत को पर्चियों पर सट्टे के नंबर लिखकर खाईवाली करते हुए पुरानी कचहरी के समीप से गिरफ्तार किया है। जिसके कब्जे से 7110 रुपए जब्त किए हैं।
उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले भी डीएसटी टीम ने खन्ना कॉलोनी में सट्टे की खाईवाली करते हुए आरोपी रामदेव धोबी को तथा रेलवे ओवरब्रिज के नीचे खाईवाली करते हुए खन्ना कॉलोनी निवासी विक्की धोबी को गिरफ्तार कर 6280 रुपए की नकदी जब्त की थी। लगातार कार्रवाईयों से सट्टे का अवैध कारोबार चलाने वालों में हडकंप मचा हुआ है।
जंगल में तो कोई चलती कार में कर रहा खाईवाली-
सूत्रों के अनुसार पुलिस से बचने के लिए सट्टे का धंधा करने वालों ने अपने ठिकाने तो बदल ही दिए हैं, साथ ही काम करने का नया तरीका इजाद कर लिया है। पहले खाईवाली का धंधा पर्चियों पर चलता था, लेकिन इंटरनेट और व्हाट्सएप ने इस धंधे को और आसान कर दिया है।
सूत्रों के अनुसार पुलिस से बचने के लिए सट्टे का धंधा करने वालों ने अपने ठिकाने तो बदल ही दिए हैं, साथ ही काम करने का नया तरीका इजाद कर लिया है। पहले खाईवाली का धंधा पर्चियों पर चलता था, लेकिन इंटरनेट और व्हाट्सएप ने इस धंधे को और आसान कर दिया है।
सट्टा लगाने वाले लोग खाईवाली करने वाले व्यक्ति को पहले ही ऑनलाइन पेमेंट कर देते है। साथ ही लगाए गए सट्टे के नंबर और भेजे गए पैसे का विवरण का मैसेज व्हाट्सएप पर भी करते हैं। इसके साथ ही खाईवाली करने वाले अब अपने घर, दुकान या निजी ठिकानों पर बैठकर काम करने के बजाए किसी एकांत और सुनसान जगह पर जाकर खाईवाली करते है, या फिर अपनी कार में बैठकर चलते-फिरते ही खाईवाली करते है। जिससे पुलिस उन तक पहुंच भी नहीं पाती है।