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करौली में अधूरे शौचालयों से भी पांचना के पानी पर संकट

locationकरौलीPublished: May 21, 2019 06:31:37 pm

Submitted by:

vinod sharma

Due to the incomplete toilets in Karauli

Due to the incomplete toilets in Karauli

करौली में अधूरे शौचालयों से भी पांचना के पानी पर संकट


स्वच्छता मिशन के तहत शौचालयों का निर्माण नहीं हो पाया
करौली.स्थानीय नगरपरिषद क्षेत्र में बजट के अभाव में शौचालयों का निर्माण अधूरा पड़ा है। जिससे नालियों के रास्ते मल मूत्र भद्रावती से पांचना में पहुंच रहा है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत करौली शहर में ५४०० शौचालयों का निर्माण गरीबों के घरों में किया जाना था, लेकिन तीन साल बाद निर्माण अधूरे पड़े है। इस कारण स्वच्छ भारत मिशन को करौली शहर में सफलता नहीं मिल पाई है। सूत्रों ने बताया कि वर्ष 2015 में स्वच्छ भारत मिशन के तहत ५४०० शौचालय स्वीकृत कर पहली किश्त की राशि तीन-तीन हजार रुपए जरुरतमंदों के खाते में डाल दी गई। इसके बाद द्वितीय किश्त की राशि २८०० लोगों के खाते में डाली गई। लेकिन बाद में बजट का अभाव हो गया है। अभी तक अंतिम किश्त की राशि खातों में ट्रान्सफर नहीं की गई है, जिससे लोगों ने शौचालयों का निर्माण पूरा नहीं हुआ है। पक्के शौचालयों का अभाव में शहर में खुले शौचालय संचालित है, जिनका मल मूत्र नालियों में छोड़ दिया गया है। यह सीधा भद्रावती नदी से होता हुआ पांचना बांध में जा रहा है।
आठ नाले भी नदी में
स्वच्छ भारत मिशन के तहत करौली की भद्रावती नदी में गिरने वाले आठ नालों पर भी अंकुश लगाया जाना था, लेकिन शौचालयों का निर्माण अधूरे होने की वजह से नदी में गिरते गंदे नालों पर रोक नहीं लग पाई है। नदी गेट, मासलपुर दरवाजा, मेला गेट, ढोलीखार आदि क्षेत्रों से नालों की गंदगी नदी में जा रही है, पांचना के स्वच्छ पेयजल को दूषित कर रही है।
२ करोड़ १६ लाख रुपए की जरूरत
स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालयों का निर्माण पूरा कराने के लिए नगरपरिषद को 2 करोड़ ८९ लाख २२ हजार रुपए की जरुरत है। जिसमें से अंतिम किश्त के भुगतान के तौरा पर 2 करोड़ १६ लख रुपए व्यय किए जाएंगे। नगरपरिषद के आयुक्त दीपक चौहान ने बताया कि बजट के अभाव में शौचालयों निर्माण भुगतान की राशि लाभार्थियों के खाते में ट्रान्सफर नहीं की जा रही है। उन्होंने बताया कि बजट की मांग की गई है।
आठ नाले भी नदी में
स्वच्छ भारत मिशन के तहत करौली की भद्रावती नदी में गिरने वाले आठ नालों पर भी अंकुश लगाया जाना था, लेकिन शौचालयों का निर्माण अधूरे होने की वजह से नदी में गिरते गंदे नालों पर रोक नहीं लग पाई है। नदी गेट, मासलपुर दरवाजा, मेला गेट, ढोलीखार आदि क्षेत्रों से नालों की गंदगी नदी में जा रही है, पांचना के स्वच्छ पेयजल को दूषित कर रही है।
२ करोड़ १६ लाख रुपए की जरूरत
स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालयों का निर्माण पूरा कराने के लिए नगरपरिषद को 2 करोड़ ८९ लाख २२ हजार रुपए की जरुरत है। जिसमें से अंतिम किश्त के भुगतान के तौरा पर 2 करोड़ १६ लख रुपए व्यय किए जाएंगे। नगरपरिषद के आयुक्त दीपक चौहान ने बताया कि बजट के अभाव में शौचालयों निर्माण भुगतान की राशि लाभार्थियों के खाते में ट्रान्सफर नहीं की जा रही है। उन्होंने बताया कि बजट की मांग की गई है।
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