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ईआरसीपी की मांग के लिए अन्य जनप्रतिनिधियों को घेर कर किया जाएगा विरोध

locationकरौलीPublished: May 26, 2022 10:25:58 am

Submitted by:

Surendra

ईआरसीपी की मांग के लिए अन्य जनप्रतिनिधियों को घेर कर किया जाएगा विरोधसांसद की कार पर चढ़ कर बदसूलकी करने वाले किसान नेता ने दी चेतावनी
पूर्वी राजस्थान चम्बल परियोजना (ईआरसीपी) की मांग को लेकर सांसद मनोज राजोरिया की कार को रोककर उनसे तथा उनके साथ कार्मिकों से बदसलूकी करने का आरोपी किसान नेता विक्रम मीणा बुधवार को रिहा हो गए। रिहाई के बाद विक्रम मीणा ने करौली में पत्रकारों से मुखातिब हुए और कहा कि अब ईआरसीपी की मांग को लेकर अन्य जप्रतिनिधियों को घेर कर उनका भी विरोध किया जाएगा।

ईआरसीपी की मांग के लिए अन्य जनप्रतिनिधियों को घेर कर किया जाएगा विरोध

ईआरसीपी की मांग के लिए अन्य जनप्रतिनिधियों को घेर कर किया जाएगा विरोध

ईआरसीपी की मांग के लिए अन्य जनप्रतिनिधियों को घेर कर किया जाएगा विरोध
सांसद की कार पर चढ़ कर बदसूलकी करने वाले किसान नेता ने दी चेतावनी

पूर्वी राजस्थान चम्बल परियोजना (ईआरसीपी) की मांग को लेकर सांसद मनोज राजोरिया की कार को रोककर उनसे तथा उनके साथ कार्मिकों से बदसलूकी करने का आरोपी किसान नेता विक्रम मीणा बुधवार को रिहा हो गए। रिहाई के बाद विक्रम मीणा ने करौली में पत्रकारों से मुखातिब हुए और कहा कि अब ईआरसीपी की मांग को लेकर अन्य जप्रतिनिधियों को घेर कर उनका भी विरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा है कि ईआरसीपी की मांग को जन आंदोलन बनाएंगे और कमजोर नहीं होने देंगे।
गौरतलब है कि दो दिन पहले ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित कराने की मांग को लेकर सांसद डॉ. मनोज राजोरिया की कार को रोक कार के बोनट पर चढऩे, सुरक्षा गार्ड से बदसलूकी करने के मामले में विक्रम मीना सहित दो जनों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था, जिन्हें बाद में जेल भेज दिया। बुधवार को वे जेल से
रिहा हुए।
इसके बाद भारतीय किसान यूनियन के युवा प्रदेशाध्यक्ष विक्रम सिंह मीणा ने कहा है कि पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) परियोजना पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों के तीन करोड़ लोगों की मांग है और इसे राष्ट्रीय परियोजना घोषित कराने के लिए जनआंदोलन किया जा रहा है। इस आंदोलन को कमजोर नहीं
होने देंगे।
बुधवार को यहां एक होटल में पत्रकारवार्ता में विक्रम मीना ने कहा कि उन्हें पूर्वी राजस्थान में पानी का संकट है, जिसके लिए इलाके के लोगों को पानी चाहिए। विक्रम बोले कि केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री राजस्थान से हैं, लेकिन उन्हें पूर्वी राजस्थान की भौगोलिक स्थिति का नहीं पता है। लोग पानी के अभाव में गांवों से शहरों में पलायन कर रहे हैं। भूमि बंजर हो रही है। लोग परेशान हैं। यह राष्ट्रीय परियोजना घोषित हो जाएगी तो तीन करोड लोगों को फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि 13 जिलों के सांसद और इन जिलों के 85 विधायकों द्वारा इसके लिए पैरवी करनी चाहिए। परियोजना को लेकर सांसद-विधायकों का घेराव शुरू किया गया है, जिसके तहत पिछले दिनों करौली-धौलपुर सांसद का घेराव किया। एक सवाल के जवाब में विक्रम बोले कि राज्य हो चाहे केन्द्र, कोई भी पार्टी हो और कोई भी जनप्रतिनिधि हो, हमें कोई सरोकार नहीं है, हमें तो पानी चाहिए। अभी तो एक सांसद का घेराव किया है, आने वाले दिनों में इन क्षेत्रों के अन्य सांसदों और विधायकों का भी घेराव किया जाएगा।
प्रदेश की गहलोत सरकार को लेकर उन्होंने कहा कि वे भी कोई भला नहीं कर रहे हैं। पांचना बांध से किसानों को पानी नहीं मिल रहा है। सरकार कोई भी रही हो सबने पूर्वी राजस्थान से भेदभाव किया है। पानी सबकी जरुरत है।
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