जानकारी के अनुसार मोतीलाल पानी गर्म करने के लिए रसोई में गए, जैसे ही लाइटर जलाया तो सिलेण्डर ने आग पकड़ ली। इस पर मोतीलाल ने अपने आप को बचाया। आवाज सुन मोतीलाल की पुत्री प्रभावती रसोई की ओर पहुंची तो सिलेण्डर में आग को देख उसने हिम्मत दिखाते हुए सिलेण्डर को बाहर आंगन तक तो खींच दिया, लेकिन इसी बीच आग की लपटें तेज हो गई, जिससे परिजन घबरा गए और लोग भी एकत्रित हो गए। तेज लपटों को देख लोगों में अफरा-तफरी मच गई।
महिला ने दिखाई बहादुरी
काफी प्रयास के बाद भी आग नहीं बुझने पर प्रभावती ने एक बांस से सिलेण्डर को बाहर निकाल नाली में डाल दिया, तब जाकर आग बुझ पाई। हालांकि इस प्रयास में प्रभावती और मोतीलाल झुलस गए। दोनों को सामान्य चिकित्सालय ले जाया गया, जहां मोतीलाल को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया, लेकिन प्रभावती के अधिक झुलसने पर उसे भर्ती करके उपचार किया गया।
इधर, फायरिंग से फैली दहशत
दूसरी ओर कोतवाली थाने में दर्ज एक मामले में राजीनामे के लिए दबाव बनाने पर दो बदमाशों ने सोमवार शाम करौली के वैशालीनगर में एक मकान पर फायरिंग कर दी, इससे मकान मालिक बाल-बाल मच गया। फायरिंग से कॉलोनी में दहशत फैल गई। पीडि़त राजेन्द्र गौड पुत्र रामहेत गौड़ ने प्राथमिकी कोतवाली थाने में दर्ज कराई है।
प्राथमिकी में बताया कि शाम के समय आरोपी अतरा गुर्जर निवासी रुग्गापुरा एक अन्य के साथ मोटरसाइकिल से आया, जिसने दरवाजे के पास से फायरिंग कर दी, बंदूक की गोली दरवाजे को पार कर सुरेश के बगल से निकल कर गई। इस कारण दोनों बाल-बाल बच गए। फायरिंग की आवाज से कॉलोनी में दहशत फैल गई तथा बदमाश कुछ देर बाद ही मोटरसाइकिल से फरार हो गए।