रेलवे स्टेशन पर दोनों प्लेटफार्म सहित मुसाफिर खाना, स्टेशन मास्टर कार्यालय, फुटओवर ब्रिज आदि पर फड़का कीट का जमावड़ा है। फड़का खेतों को छोड़कर रात्रि में बिजली के प्रकाश में पहुंचने लगा है। खेतों से उड़कर आया फड़का रेलवे स्टेशन पर फड़का कुर्सियों पर बैठ जाता है। छत्ते के रूप में फडके का जमावड़ा होने से यात्रियों ने रोशनी से दूर अंधेरे में खड़े रहना पड़ता है।