वनकर्मियों और पशु चिकित्सकों ने उपचार कर पक्षी को पांचना बांध क्षेत्र में छोड़ दिया। फैलीकापुरा के वन विभाग के नाका के वनरक्षक रामरूप मीणा ने बताया कि कारवाड़ गांव के ग्रामीणों ने फोन पर पहाड़ी की तलहटी के पास खेतों में बतख के आकार के करीब दो फीट लम्बी चोंच वाला पक्षी के घायलावस्था में पड़े होने की सूचना दी थी।
मौके पर पहुंचे वनकर्मी पक्षी को पकड़ कर नाके पर लाए और पशुधन चिकित्सक महेश मीणा व कम्पाउंडर चरन सिंह ने उपचार किया। डॉ. मीणा ने बताया कि प्रवासी पक्षी पैलीकन है। इसके भरतपुर के केवलादेव घना व बाड़ी तालाबशाही से भटक के आने की संभावना है।
कुछ घंटे बाद हालत में सुधार होने पर पैलीकन को पांचना बांध क्षेत्र में छोड़ दिया। वन विभाग के भजनलाल जाट ,सीमा कुमारी ,निरजंन मीना ने पक्षी की देखरेख की। प्रवासी पक्षी को देखने के लिए वन विभाग के नाके पर लोगों की भीड़ लग गई।