स्वतंत्रता सेनानी किशन सिंह गुर्जर का निधन, शोक की लहर
करौलीPublished: Jul 22, 2019 06:49:58 pm
करौली. जिले के एक मात्र स्वतंत्रता सेनानी और आजाद हिन्द फौज के सिपाही रहे राजपुर गांव निवासी किशन सिंह गुर्जर का सोमवार को निधन हो गया। गुर्जर १०५ साल के थे,
स्वतंत्रता सेनानी किशन सिंह गुर्जर का निधन, शोक की लहर
आजाद हिन्द फौज सिपाही किशन सिंह का निधन
करौली. सुभाष चंद बोष की आजाद हिन्द फौज में शामिल रहे स्वतंत्रता सेनानी किशन सिंह गुर्जर का सोमवार को समीप के राजपुर गांव में निधन हो गया। गुर्जर १०५ साल के थे और काफी समय से बीमार चल रहे थे। वे अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गएहैं। गांव में ही राजकीय सम्मान के साथ उनकी अंत्येष्टि की गई। इससे पहले गांव में उनका चकडोल निकाला गया। तिरंगे में लिपटे किशन सिंह के अंतिम दर्शन के लिएआसपास से भी काफी लोग पहुंचे। अंतिम यात्रा के दौरान भारत माता व स्वतंत्रता सेनानी अमर रहे के जयघोष गूंजते रहे। मुखाग्नि से पहले सशस्त्र पुलिसकर्मियों ने सम्मान में उनको सम्मान में सलामी दी और हवाई फायर किए। करौली से जिला कलक्टर नन्नूमल पहाडिय़ा व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रविन्द्र सिंह भी गांव पहुंचे और स्वतंत्रता सेनानी की पार्थिव देह पर पुष्प चक्र अर्पित किए।
२० वर्ष की उम्र में जुड़े आजाद हिन्द फौज से
किशन सिंह 20 साल की उम्र में आजाद हिन्द फौज में शामिल हो गए। अंग्रेजों ने उन्हें पकडऩे के लिए अभियान चलाया तो वे भूटान तथा म्यांमार चले गए। हांगकांग में नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की आजाद हिन्द फौज में शामिल हो गए थे। इसके बाद वे जेल में भी बंंद रहे। आजाद हिन्द फौज ने जापान में तिरंगा झण्डा फहराया तब वे भी शामिल थे। 1947 में देश के आजाद होने पर वे भारत वापस लौटे तब नायकों की तरह उनका सम्मान किया गया। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने ताम्र पत्र देकर उन्हें सम्मानित किया था।