मैरिज गार्डन प्रांगण में संत व न्यायिक अधिकारी ने भारत माता व स्वामी विवेकानंद के चित्रपट के समक्ष दीप प्रज्वलित कर शरद पूर्णिमा महोत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान संत हरिद्रानंद ने कहा कि बालकों के सर्वांगीण विकास के लिए बौद्धिक, शैक्षणिक, शारीरिक एवं आध्यात्मिक रूप से तैयार करने में गुरुओं की महती भूमिका होती है। ऐसे में गुरुजनों को शिक्षण कार्य के साथ बच्चों के चहुंमुखी उत्थान पर जोर देना चाहिए। न्यायिक अधिकारी वीना गुप्ता ने कहा कि मौजूदा दौर में भारतीय संस्कृति की परंपराओं का पालन करते हुए गुरु व शिष्य के मध्य संबंधों को अधिक विकसित करने की जरुरत है। ताकि आगामी पीढिय़ों में संस्कार और परम्पराओं का संवहन हो सके।
कार्यकारिणी सदस्य मुकेश वोडाफोन ने बताया कि कार्यक्रम में सेवानिवृत्त एसडीएम एवं करौली शाखा अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद गोयल ने परिषद के सेवा व संस्कार के कार्यों की जानकारी दी। हिण्डौन शाखा अध्यक्ष रामअवतार बंसल व कार्यक्रम संयोजक नानक चंद गुप्ता ने बताया कि सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों से गुरुजनों एवं सर्वोत्तम विद्यार्थियों को उनके शैक्षणिक प्रदर्शन के लिए अतिथियों द्वारा प्रशस्ति पत्र दिया जाकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन प्रांतीय प्रकल्प प्रभारी मनीष कुमार आर्य एवं सचिव शैलेश गुप्ता द्वारा किया गया। इस दौरान परिषद जिला समन्वयक सुबोध जैन ,प्रांतीय प्रकल्प प्रभारी भीमसेन गेरा, शाखा समन्वयक निरंजन लाल शर्मा, कोषाध्यक्ष मनोज गुप्ता, महेंद्र खेड़ला सहित सभी सदस्य सपरिवार उपस्थित रहे।