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हरे रामा-हरे कृष्णा के गूंजे स्वर, चैतन्य महाप्रभूजी की जयंती

locationकरौलीPublished: Feb 17, 2019 11:22:31 pm

Submitted by:

Dinesh sharma

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हरे रामा-हरे कृष्णा के गूंजे स्वर, चैतन्य महाप्रभूजी की जयंती

करौली. हरे-कृष्ण, हरे-कृष्ण, कृष्ण-कृष्ण, हरे-हरे, हरे-राम, हरे-राम, राम-राम, हरे-हरे… के स्वरों के बीच रविवार शाम यहां भगवान चैतन्य महाप्रभूजी की जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस मौके पर एक ओर चैतन्य महाप्रभूजी मंदिर में भजन-कीर्तन हुए, वहीं प्रसिद्ध मदनमोहनजी मंदिर से चैतन्य महाप्रभूजी की शोभायात्रा निकाली गई।
इस मौके पर मंदिर परिसर को फूल-पत्तों और आकर्षक रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया गया। शोभायात्रा में श्रद्धालु भगवान चैतन्य महाप्रभूजी के चित्रपट को लेकर चल रहे थे। भजन-कीर्तन पर युवक नाचते-गाते और जयकारे लगाते हुए आगे बढ़े। इससे माहौल धर्ममय हो उठा। मदनमोहनजी मंदिर से देर शाम चैतन्य महाप्रभूजी की शोभायात्रा शुरू हुई।
शोभायात्रा सिंह पौर से रवाना होकर बरपाड़ा, हटवारा बाजार, भूडारा बाजार, सब्जी मण्डी होते हुए सायनात खिड़किया स्थित चैतन्य महाप्रभूजी मंदिर पहुंची, जहां मंदिर के सेवाधिकारी जुगलकिशोर कटारा, महेश कटारा ने भगवान की पूजा-आरती की।
इस दौरान भजनों पर श्रद्धालु नाचते-गाते और जयकारे लगाते रहे। पूजा-आरती के बाद नवलकिशोर कटारा, मुकेश शर्मा, शुभम् कटारा ने श्रद्धालुओं पर गुलाल-अबीर उड़ाई। वहीं प्रसादी का वितरण किया गया। शोभायात्रा में मदनमोहनजी मंदिर के सहायक प्रबंधक भूपेन्द्र पाल प्रदीप किशोर गोस्वामी, मनोज गोस्वामी अनिल दुबे, रामस्वरूप शर्मा, बबलू शर्मा, महेन्द्र गोस्वामी आदि शामिल थे।
कथा में सजाई सुदामा की झांकी
करणपुर. कस्बे में बदरीन वाले हनुमान मंदिर पर रमेश चंद, दिनेश चंद गोयनका की ओर से चल रही श्रीमद् भागवत कथा में सातवें दिन रविवार को पंडित अशोक चंद दीक्षित ने भगवान कृष्ण व सुदामा चरित्र का प्रसंग सुनाकर श्रोताओं को विभोर कर दिया।
उन्होंने कहा कि सभी को भगवान कृष्ण की तरह मित्रता निभानी चाहिए।कथा में महिलाओं ने भजनों पर नृत्य किया। जयकारों से माहौल धर्ममय हो गया।सोमवार को भण्डारा आयोजित किया जाएगा।

भण्डारे में पाई प्रसादी
करणपुर. टोडा ग्राम पंचायत के करई गांव में बत्तीलाल प्रजापत के निवास पर चल रही श्रीमद् भागवत कथा का रविवार को समापन हुआ। इस दौरान सैकड़ों लोगों ने पंगत में बैठकर प्रसादी ग्रहण की। स्थानीय सहित आसपास के गांवों से लोग प्रसादी के लिए पहुंचे। महिलाएं गीत गाती पहुंची।
इस दौरान जयकारों से माहौल धर्ममय हो गया। देर शाम तक प्रसादी वितरण का दौर चला।समापन के दौरान पंडित दिनेश चंद शर्मा पालड़ी आदि ने क्षेत्र में सुख-समृद्धि की कामना की।

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