पंचायत समिति के साथ ग्राम पंचायतों का पुनर्गठन किया जाना है। सरकार ने मापदण्ड़ निर्धारित किए हैं कि जिन पंचायतों की कम से कम चार हजार तथा अधिकतम साढ़े हजार की आबादी है, उनमें से नई पंचायत बनेंगी। लेकिन नई पंचायत के लिए राजस्व गांव जरूरी है। रामपुर धावाई पंचायत में से नई पंचायत आवश्यक रूप से बनेगी। क्योंकि पंचायत की आबादी अभी ९ हजार २३९ है। इसी प्रकार अतेवा (आबादी ७३७८) चैनपुर गाधौली ( ७१२६) गुनेसरा (७२५२) गुडला (६७८२) हरनगर (७३५९) जहांगीरपुर (७२८५) खेडिया (७९८८) महौली (६९२५) रोंडकला (७२४३) ससेड़ी (८४८६) सायपुर (६६००) से नई पंचायत बनाने के प्रस्ताव तैयार हो रहे हैं। इन पंचायतों में से बनने वली नई पंचायत की आबादी कम रहती है तो आस-पास की पंचायत की आबादी को मिलाया जा सकता है।
पंचायतों के पुनर्गठन में राजस्व गांव का विभाजन नहीं होगा। किसी पंचायत की आबादी मापदण्ड़ों में आ रही है, लेकिन राजस्व गांव एक है तो नई पंचायत का प्रस्ताव तैयार नहीं होगा। उदाहरण के लिए कैलादेवी पंचायत की आबादी छह हजार से अधिक है। लेकिन कैलादेवी में राजस्व गांव एक ही है। इसी प्रकार वर्तमान पंचायत मुख्यालय से आठ किलोमीटर से अधिक दूर राजस्व गांव है और मापदण्ड़ों में आ रहा है तो उसे पंचायत मुख्यालय बनाया जा सकता है।
मासलपुर को पंचायत समिति मुख्यालय बनाने की कागजी प्रक्रिया शुरू हुई है। इसके लिए एक बैठक होगी। जिसमें जनप्रतिनिधियों को भी प्लान से अवगत कराया जाएगा। पंचायतों का पुनर्गठन भी चल रहा है।
गुलाब सिंह गुर्जर विकास अधिकारी पंचायत समिति करौली