यहां पुलिस बांट रही खाद, किसानों के बीच ही लड़ाई-झगड़े की नौबत, खाद के टोटे से किसान परेशान
करौलीPublished: Jan 03, 2019 10:48:22 pm
rajasthan patrika hindi news.com
यहां पुलिस बांट रही खाद, किसानों के बीच ही लड़ाई-झगड़े की नौबत, खाद के टोटे से किसान परेशान
कुडग़ांव. यूरिया की किल्लत हर कहीं दिख रही है।स्थिति ये है कि भीड़ के चलते अव्यवस्था होने से अब पुलिस निगरानी में यूरिया बेचना पड़ रहा है। गुरुवार को कुडग़ांव में पुलिस की निगरानी में खाद वितरित किया गया। यूरिया विक्रेताओं ने वितरण से पहले पुलिस जाप्ते की मांग की थी। जिस पर कुडग़ांव थना अधिकारी ने जाप्ता भेजा, जिसकी मौजूदगी में किसानों ने कतार में खड़े होकर यूरिया प्राप्त किया। जानकारी के अनुसार कुडग़ांव क्षेत्र के साथ-साथ सपोटरा क्षेत्र के काफी किसानों ने भी कुडग़ांव आकर खाद प्राप्त किया, क्योंकि किसानों ने बताया कि सपोटरा क्षेत्र में अधिकतर दुकानदार 300 से 350 रुपए में यूरिया का कट्टा बेच रहे हैं। जबकि कुडग़ांव में यह निर्धारित २८० रुपए में ही मिल गया।हैड कांस्टेबल हरिराम गुर्जर ने बताया कि करीब ६०० किसानों को खाद का वितरण किया गया।
खाद के लिए कम नहीं हो रही मशक्कत
गोठरा/सपोटरा. सपोटरा उपखण्ड मुख्यालय पर खाद की किल्लत के चलते किसान परेशान हैं। किसानों का कहना है कि दुकानदार दोगुनी राशि वसूल रहे हैं। मुंहमांगी रकम देने के बाद भी खाद नहीं मिल रही है। दुकानों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। पर्याप्त खाद नहीं मिलने से फसल को नुकसान पहुंचने का अंदेशा है।
किसानों का आरोप है कि प्रशासन की उदासीनता व दुकानदारों की मनमानी के कारण परेशान होना पड़ रहा है।
सिंचाई के समय जरूरत
इस समय फसल में सिंचाई का दौर चल रहा है। ऐसे में यूरिया की जरूरत पड़ रही है। सिंचाई के समय यूरिया डालना पड़ता है।यूरिया के अभाव में सिंचाई भी नहीं हो पा रही है। जिससे फसल चौपट होने का अंदेशा है।क्षेत्र के किसान ४५ किलो यूरिया के कट्टे का २६६ रुपए के स्थान पर ४०० से ५०० रुपए तक देने पड़ रहे हैं।
प्रशासन के आदेशों की अवहेलना
किसानों की समस्याओं को लेकर जिला कलक्टर ने खाद विक्रेताओं के गोदामों व दुकानों की जांच के आदेश दिए थे, लेकिन नियमित रूप से दुकानों की जांच नहीं की जा रही है। कृषि विभाग के अधिकारी भी उदासीन बने हुए हैं। किसानों तहसील के उपखण्ड अधिकारी, तहसीलदार को अवगत कराया था कुछ दुकानदार खाद की कालाबाजारी कर रहे हैं। लेकिन विभाग इन पर निगरानी नहीं रख रहा है। जिससे किसानों में रोष है। सपोटरा क्षेत्र के किसान राजेन्द्र मीना, अजय पाकड, श्रीलाल ने बताया कि पर्याप्त खाद नहीं मिलने से परेशानी हो रही है।