रोडवेज का चक्काजाम, बे-बस यात्री भटके
करौलीPublished: Sep 19, 2018 12:42:16 am
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बस स्टेण्ड पर रहा सूनापन
रोडवेज का चक्काजाम, बे-बस यात्री भटके
हिण्डौनसिटी. विभिन्न मांगों के लेकर रोड़वेज की चक्काजाम हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही। इससे बसों की आवाजाही नहीं होने से दिनभर बस स्टेण्ड पर सूनापन पसरा रहा। हालांकि सहायक यातायात प्रबंधक राजेश मीणा की दुघर्टना में हुई मौत के बाद आगार कार्यालय के बाहर चल रहा धरना समाप्त कर दिया गया।
रोडवेज श्रमिक संगठनों के संयुक्त मोर्चा व सरकार के बीच एक माह पहले हुए समझौते को लागू नहीं करने से नाराज श्रमिक संगठन एटक, इंटक, सीटू, बीजेएमएस, कल्याण समिति से सम्बद्ध रोडवेज कर्मियों ने हड़ताल की जा रही है। हड़ताल के दूसरे दिन आगार से बसों का संचालन बंद रहा। जिससे जयपुर, दिल्ली, धौलपुर, अजमेर, भरतपुर, अलवर जाने वाले यात्रियों को आवागमन में परेशानी हुई। एटक के सचिव सत्यवीर डागुर व एसोसिएशन के सचिव पूरण चंद शर्मा ने बताया कि सरकार से हुई समझौता वार्ता विफल होने के बाद रविवार रात से चल रही चक्काजाम हड़ताल जारी है।
बजरी से भरा डम्पर फंसा,50 गांवों का रास्ता जाम
– बजरी परिवहन का बनाया नया रास्ता
बनास से बजरी खनन पर रोक बावजूद अवैध रूप से बजरी से ओवर लोड भरा डम्पर सोमवार रात को जटनगला-जगर मार्ग पर फंस गया। दूसरे दिन दोपहर तक डम्पर के फंसे रहने से डा़ंग क्षेत्र के करीब ५० गांवों की राह बाधित हो गई। छोटे वाहन चालकों को रास्ता बदल कर गंतव्य तक पहुंचना पड़ा। शाम को क्रेन की मदद से डम्पर को निकाला गया।
ग्रामीणों ने बताया कि पुलिस की नजर से बचने के लिए बनास से बजरी का अवैध परिवहन करने वाले डांग क्षेत्र से निकलने लगे हैं। मासलपुर, सकरघटा, खानाका, शेरपुर मार्ग पर अब बजरी से भरे ट्रक निकलने लगे हैं। बीती रात बजरी से ओवर लोड़ भरे दो डम्पर सडक के किनारे पटरी निर्माण के लिए खुदाई होने से फंस गया। काफी प्रयास के बाद भी डम्पर नहीं निकला। संकरा रास्ता होने से डांग क्षेत्र के गांवों का रास्ता बाधित हो गया। दुपहिया वाहन चालक बमुश्किल निकल पाए। दिनभर इस मार्ग पर बड़े वाहनों की आवाजाही बाधित रही। ऐसे में स्कूल बसों को आवागामन नहीं होने से क्षेत्र के गांवों के छात्र-छात्राएं हिण्डौन व सूरौठ स्थित स्कूलों मेंं नहीं पहुंंच सके।
मनोरोगियों को दिया परामर्श
राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य शिविर लगा
हिण्डौनसिटी. गांव महमदपुर के राजकीय स्वास्थ्य केंद्र पर मंगलवार को मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जिला मानसिक स्वास्थ्य इकाई की ओर से परामर्श शिविर लगा। इसमें चिकित्सकों ने रोगियों की जांच कर मनोरोग परामर्श दिया।
शिविर में मनोचिकित्सक डॉ. प्रेमराज मीना, चिकित्सा प्रभारी डॉ. अंकित गर्ग ने
११ मनोरोगी चिह्नित किए। जिन्हें नि:शुल्क दवाएं दी गई। शिविर आयोजन में संतोष कुमार, राकेश मित्तल व शारदा का योगदान रहा। शिविर के बाद सेक्टर क्षेत्र की एएनएम, आशा-सहयोगनियों को प्रशिक्षण दिया गया। चिकित्सकों ने गांव के राजकीय माध्यमिक विद्यालय में संगोष्ठी आयोजित कर छात्र-छात्राओं को मनोरोगों के बारे में जानकारी दी।