ऊंट नृत्य की प्रस्तुति पर दर्शक झूम उठे। कार्यक्रम देखने के लिए लोग तपती दोपहरी में भी डटे रहे। आयोजक भगवान सहाय मीणा ने बताया कि प्रतियोगिता के मुख्य अतिथि टोडाभीम विधायक घनश्याम महर, पूर्व जिला प्रमुख शिवलाल मीणा, पूर्व विधायक बत्तीलाल मीणा, प्रधान मुकेश मीणा ने विजेताओं को नगद इनाम व शील्ड देकर सम्मानित किया। इस मौके पर आसपास के जिलों के पशुपालक अपने पशुओं को चौपहिया आदि वाहनों से लेकर प्रतियोगिता स्थल पर पहुंचे।
धार्मिक आयोजनों से बढता है भाईचारा
हिण्डौनसिटी. नदीका नंगला गांव में हीरामन बाबा के मंदिर पर जाटव समाज की ओर हरी कीर्तन दंगल व भंडारा आयोजित हुआ। जिसमें कीर्तन गायकों ने धार्मिक व पौराणिक कथाओं पर आधारित रचनाओं की प्रस्तुति देकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। मुख्य अतिथि विधायक राजकुमारी जाटव ने कहा कि धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन होने से क्षेत्र में आपसी भाईचारा कायम होता है।
हिण्डौनसिटी. नदीका नंगला गांव में हीरामन बाबा के मंदिर पर जाटव समाज की ओर हरी कीर्तन दंगल व भंडारा आयोजित हुआ। जिसमें कीर्तन गायकों ने धार्मिक व पौराणिक कथाओं पर आधारित रचनाओं की प्रस्तुति देकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। मुख्य अतिथि विधायक राजकुमारी जाटव ने कहा कि धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन होने से क्षेत्र में आपसी भाईचारा कायम होता है।
विधायक ने समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने के लिए बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाने की बात कही। उन्होने ग्रामीणों की मांग पर सामुदायिक भवन व सिंगलफेज नलकूप की घोषणा की। आयोजन समिति ने बताया कि हरीकीर्तन दंगल में अलीपुरा, खिरखिरियान का पुरा, पावटियान का पुरा, शेखपुरा, ज्ञानी का नंगला के कलाकारों ने विभिन्न रचनाओं की प्रस्तुति दी।
भंडारे में जाटव समाज के 360 गांव के लोग जीप, जुगाड़, ट्रेक्टर-ट्रालियों से प्रसादी लेने पहुंचे। कार्यक्रम में पूर्वमंत्री भरोसीलाल जाटव, पूर्व विधायक कालूराम जाटव, भाजपा मंडल अध्यक्ष भोलेशंकर शर्मा, निजी सचिव ओमप्रकाश चौधरी, राजेश जाटव आदि मौजूद थे।
इसी प्रकार बेरखेड़ा गांव में जिकड़ी दंगल में गायकों ने विभिन्न रचनाओं की प्रस्तुति दे समां बांध दिया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि विधायक राजकुमारी जाटव ने श्मशान भूमि की चारदीवारी निर्माण व सडक़ निर्माण की घोषणा की। जिकड़ी दंगल में नंगला भुजा की पार्टी की मेडिय़ा अर्चना चाहर, शाहपुरा के रामदयाल, अकोला के धर्मेन्द्र चौधरी, जगनेर के पिन्टू, पहाडी के रामोतार, किरावली के भोलाराम ने विभिन्न रचनाओं की प्रस्तुति दी।