कदम्ब कुंज स्थित सरोवर में श्रमदान के लिए सुबह सात बजे ही आसपास के गांवों की महिलाएं एवं विभिन्न संगठनों व संस्थाओं से जुड़े प्रबुद्धजन कदम्ब कुंज परिसर में एकत्र हो गए। सभी ने हाथों में परात-फाबड़े लेकर सरोवर में उगी कंटीली झाडिय़ों व घास आदि को काटकर साफ किया।
इसके अलावा सरोवर में जगह-जगह पडी गंदगी को एकत्र कर परातों में भरकर दूर डाला गया। करीब एक घंटे से ज्यादा समय तक चले श्रम की बूंदों से सरोवर का निखरा स्वरूप दिखाई दिया। कदम्ब कुंज विकास समिति के सचिव जीतमल बांसरे ने बताया कि कदम्ब के प्राचीन वृक्षों से लदे करई गांव में यह स्थान धार्मिक महत्व भी लिए हुए है।
वृद्ध और बच्चों ने भी किया श्रमदान
अमृतं जलम् अभियान के तहत प्राकृतिक संपदा कदम्ब कुंज के सरोवर का स्वरुप निखारने के लिए वृद्ध महिलाओं से लेकर बच्चों ने भी पूरा उत्साह दिखाया। कदम्ब कुंज के पास करई, महू आदि गांवों से पहुंची महिलाओं ने सरोवर में जगह-जगह उगी कटीली झाडियों को काटा और गंदगी को परात में भरकर सरोवर से दूर डाला। कदम्ब कुंज विकास समिति के सचिव जीतमल बांसरे ने बताया कि श्रमदान का सिलसिला आगे भी जारी रहेगा।
अमृतं जलम् अभियान के तहत प्राकृतिक संपदा कदम्ब कुंज के सरोवर का स्वरुप निखारने के लिए वृद्ध महिलाओं से लेकर बच्चों ने भी पूरा उत्साह दिखाया। कदम्ब कुंज के पास करई, महू आदि गांवों से पहुंची महिलाओं ने सरोवर में जगह-जगह उगी कटीली झाडियों को काटा और गंदगी को परात में भरकर सरोवर से दूर डाला। कदम्ब कुंज विकास समिति के सचिव जीतमल बांसरे ने बताया कि श्रमदान का सिलसिला आगे भी जारी रहेगा।
प्रभारी महिला चिकित्सक ने दिलाया संकल्प
श्रमदान के बाद महूइब्राहिमपुर के राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की प्रभारी महिला चिकित्सक सोनू राठौड ने अमृतं जलम् अभियान के तहत प्राकृतिक जल स्त्रोतों को संवारने एवं जल संरक्षण का संकल्प दिलाया।
श्रमदान के बाद महूइब्राहिमपुर के राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की प्रभारी महिला चिकित्सक सोनू राठौड ने अमृतं जलम् अभियान के तहत प्राकृतिक जल स्त्रोतों को संवारने एवं जल संरक्षण का संकल्प दिलाया।
इस मौके पर महू के किराना व्यापार संघ से जुड़े व्यापारी प्रेमचंद पंसारी ने राजस्थान पत्रिका के अमृतं जलम् अभियान की सराहना की। श्रमदान करने वालों में बाल विकास एवं चिकित्सा के साथ अन्य संगठनों से जुड़े सतीश मथुरिया, वीरेन्द्र, दशरथ, कन्हैया, सुमरन, शशि जैन, बिन्दू, मीराबाई, शारदा शर्मा लहचौडा, हेमलता शर्मा महूदलालपुर, सुनीता शर्मा चंदीला, ओमलता करई, संतोष देवी जाटव महूखास, राजवती गुढ़ापोल, सुमरन, राजकुमार, प्रदीप, पुष्पेन्द्र, अंकित, गौरव, कुलदीप, अनुज, हरदेई, अशरफी, सुनीता, शकुंतला, धर्मी, निरी, कुंती, विजयलक्ष्मी, चंद्रमुखी आदि उपस्थित थे।