इसके साथ ही ई-नाम परियोजना के तहत कृषि जिन्सों की ऑनलाइन खरीद-व्यापार करने एवं ई-भुगतान के बारे में विस्तार से जानकारी दी। प्रशिक्षण में ई-नाम योजना से होने वाले लाभों के बारे में भी बताया गया। मंडी समिति के सचिव शर्मा ने किसानों व व्यापारियों को केन्द्र व राज्य सरकार की ओर से चल रही योजनाओं के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि ई-नाम योजना के तहत मंडी में जिन्सों की गुणवत्ता की जांच के लिए आधुनिक मशीनें लगाई गई हैं, जिससे गुणवत्ता के आधार पर ई-नाम परियोजना में जिंस की बिक्री होगी तथा किसान को उसकी जिंस का अधिकतम मूल्य मिलेगा। ई-नाम मोबाइल एप को किसानों के भुगतान के लिए सरकार ने भीम एप से जोडा है। कार्यशाला में मंडी यार्डव्यापार मंडल अध्यक्ष विशंभर गर्ग, पार्षद महेश टोडूपुरा आदि व्यापारी उपस्थित थे।
सावित्री बाई फूले योजना में मिलेगी प्रोत्साहन राशि
मंडी समिति के सचिव महेन्द्र कुमार शर्माने बताया कि सावित्री बाई फूले महिला कृषक सशक्तिकरण योजना के माध्यम से ई-भुगतान प्राप्त करने वाली महिला कृषक को 50 हजार रुपए से अधिक ई-भुगतान होने पर 500 रुपए तथा एक लाख रुपए से अधिक ई-भुगतान होने पर एक हजार रुपए प्रोत्साहन राशि सीधे बैंक खाते में स्थानांतरित की जाएगी।
मंडी समिति के सचिव महेन्द्र कुमार शर्माने बताया कि सावित्री बाई फूले महिला कृषक सशक्तिकरण योजना के माध्यम से ई-भुगतान प्राप्त करने वाली महिला कृषक को 50 हजार रुपए से अधिक ई-भुगतान होने पर 500 रुपए तथा एक लाख रुपए से अधिक ई-भुगतान होने पर एक हजार रुपए प्रोत्साहन राशि सीधे बैंक खाते में स्थानांतरित की जाएगी।
उन्होंने बताया कि ई-नाम ई-भुगतान प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत किसानों एवं व्यापारियों के लिए राज्य स्तर पर एक-एक लाख रुपए का नकद पुरस्कार तथा संभाग स्तर पर 50-50 हजार व मंडी स्तर पर तीस-तीस हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।