सोमवार को एसडीओ डॉ. दुलीचंद मीणा ने सरकारी महकमों के नाकाफी इंतजामों की समीक्षा की। साथ ही पर्याप्त व्यवस्थाओं के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि आपदा प्रबंधन के कार्य में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और संबंधित के खिलाफ कार्रवाई होगी।
एसडीओ ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों से उनके द्वारा किए आपदा प्रबंधन के इंतजामों की जानकारी ली तो सामने आया कि किसी भी विभाग ने इससे संबंधित व्यवस्थाएं पूरी नहीं की हैं। इस पर नाराज हुए एसडीओ ने कहा कि जल्द ही सभी व्यवस्थाएं पूरी कर ली जाएं।
इस दौरान अधिकारियों ने बताया कि शहर में प्रत्येक मार्ग पर हो रहे गहरे गढड़े जानलेवा बने हुए हैं। आए दिन गढ्ढों में गिरने से वाहन चालक चोटिल हो रहें हैं। इस पर एसडीओ ने आरएसआरडीसी के सहायक अभियंता को फोन कर बैठक में नहीं आने पर फटकार लगाते हुए गढ्डों की शीघ्र मरम्मत के निर्देश दिए। साथ ही हिदायत दी कि अगर गढ्डों के कारण कोई हादसा हुआ तो उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कराया जाएगा।
एसडीओ ने झारेडा रोड पर झूलती विद्युत लाइन से बस में करंट की घटना को लेकर कहा कि निगम की बड़ी लापरवाही सामने आई है। शीघ्र ही शहर में विद्युत लाइनों का सर्वे करा नीची लाइनों को उंचा कराया जाए। इसके अलावा शहर में खारी नाले की सफाई के लिए नगरपरिषद को निर्देशित किया।
नौका और पम्पसेटों की करो व्यवस्था
एसडीओ ने बाढ़ नियंत्रण के लिए आवश्यकतानुसार नाव, पम्पसेट, रस्सा, टॉर्च, खाली कट्टे, चारा, पशु आहार की व्यवस्था करने के साथ ही गेहूं, पेट्रोल, डीजल, कैरोसीन रिर्जव रखने के निर्देश दिए। बैठक में अधिकारियों को विभागवार जम्मेदारियां दी गई।
एसडीओ ने बाढ़ नियंत्रण के लिए आवश्यकतानुसार नाव, पम्पसेट, रस्सा, टॉर्च, खाली कट्टे, चारा, पशु आहार की व्यवस्था करने के साथ ही गेहूं, पेट्रोल, डीजल, कैरोसीन रिर्जव रखने के निर्देश दिए। बैठक में अधिकारियों को विभागवार जम्मेदारियां दी गई।
इस दौरान पीएमओ डॉ. नमोनारायण मीणा, नगर परिषद के नगर नियोजक विनोद शर्मा, कृषि विभाग के सहायक निदेशक मोहनलाल मीणा, जलदाय विभाग के सहायक अभियंता भीमसेन तनेजा, पीडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता रामराज मीणा, विद्युत निगम के सहायक अभियंता महेन्द्र कामवार, कोतवाली के उप निरीक्षक रामजीत, एलएण्डटी के प्रोजेक्ट हैड मनोज सेठ आदि मौजूद थे।