गुलशन कॉलोनी निवासी रफीक खान आदि लोगों ने बताया कि कॉलोनी में सीवरेज लाइन डालने का कार्य किया गया था, जिससे कॉलोनी की सडक़ पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। सडक़ में जगह-जगह गहरे गड्ढे हो गए है, जिनमें कीचड़ और गंदा पानी जमा हुआ है। इन गड्ढों में आए समय दुपहिया वाहन एवं स्कूली वाहन फंस रहे हैं तथा राहगीर व छोटे बच्चे गिरकर चोटिल हो रहे हैं। लोगों का घरों तक पहुंचना मुश्किल बना हुआ है।
कॉलोनी के लोगों ने इस बारे में कई बार नगर परिषद के आयुक्त, पार्षद आदि को अवगत कराया है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इस संबंध में रविवार को सुबह कॉलोनी के काफी लोग एकत्र हुए और नगरपरिषद से सडक़ निर्माण की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। कॉलोनी निवासी जावेद, अकील, जब्बार, अंजुम, मुस्तकीम, अलताफ, अखलाख, बाबू आदि ने बताया कि शीघ्र सडक निर्माण नहीं हुआ तो उपखंड कार्यालय के बाहर धरना देकर प्रदर्शन किया जाएगा।
अंडरपास में भरा पानी, लोगों की बढ़ी परेशानी
अण्डरपास में फंस गए वाहन
हिण्डौनसिटी. दिल्ली-मुम्बई रेल ट्रेक स्थित पटोंदा कस्बे में श्रीमहावीरजी रेलवे के फाटक संख्या 195 के पास बनाया गया अण्डरपास लोगों को सुविधा से अधिक दुविधा बना है।
अण्डरपास में फंस गए वाहन
हिण्डौनसिटी. दिल्ली-मुम्बई रेल ट्रेक स्थित पटोंदा कस्बे में श्रीमहावीरजी रेलवे के फाटक संख्या 195 के पास बनाया गया अण्डरपास लोगों को सुविधा से अधिक दुविधा बना है।
अंडरपास में बारिश का पानी भरने से लोगों का आवागमन बंद हो गया है। अधिक जल भराव के चलते राहगीर ही नहीं, बल्कि वाहनों का निकलना भी मुश्किलभरा हो गया है। राहगीरों तो निकल ही नहीं पा रहे, जबकि अधिक पानी के कारण वाहन अण्डरपास में फंस जाते हैं। ऐसे में लोगों को परेशानी हो रही है। वर्तमान में अण्डरपास में 4-5 फीट तक पानी भरा है।
कई वाहन चालक पानी कम समझ कर उसमें अपने वाहनों को निकालने का प्रयास कर बैठते हैं, जिससे बीच में जाकर वाहन बंद हो जाता है। गत दिवस ही एक टेम्पो सहित चार बाइक अण्डरपास में फंस गई, जिन्हें मशक्कत कर दूसरे वाहनों के जरिए निकाला जा सका। इधर लोगों का कहना है कि इस परेशानी को लेकर उनके द्वारा श्रीमहावीरजी स्थित रेलवे स्टेशन पर शिकायत की गई तो वहां से संतुष्टिपूर्ण जवाब तक नहीं मिला।
भाजपा नेता छगन सिंह, देवेंद्र गुर्जर, कुमेर आदि ने कोटा रेल मंडल प्रबंधक को पत्र भेजकर अंडरपास से पानी निकासी कराने की मांग की है। इस बारे में स्टेशन अधीक्षक हरजीलाल मीना का कहना है कि यह आईओडब्ल्यू का काम है, उसे अवगत कराया जाएगा।