जिला श्रम कल्याण अधिकारी शिवदयन सोलंकी ने बताया कि शिविर में सिलिकोसिस जांच के लिए डॉ. पीके सिसोदिया, करौली के डॉ. शैलेंद्र अग्रवाल, डॉ. विजय सिंह मीणा ने श्रमिकों में सिलिकोसिस रोग की जांच की साथ ही परामर्श के साथ बचाव के बारे में बताया। शिविर में कई श्रमिकों की डायरी भी बनाई गई।
शिविर में डांग विकास संस्थान करौली के परियोजना अधिकारी विक्रम सिंह सहित अन्य पदाधिकारियों ने सहयोग प्रदान किया। डांग विकास संस्थान के सचिव डॉ. विकास भारद्वाज एवं कार्यक्रम समन्वयक राजेश शर्मा, श्रम विभाग के अनिल व देशराज ने भी शिविर में सहयोग किया।
इस मौके पर डॉ. सिसोदिया ने बताया कि शिविर में जिन 80 श्रमिकों की जांच की गई है, उनमें प्रारंभिक जांच में सिलिकोसिस रोग होने की काफी संभावना है। इधर श्रमिकों की भीड़ जुटने से शिविर में अव्यवस्था हुई तो पुलिस बुलाई गई। पुलिस ने भीड़ को व्यवस्थित किया।
परखा शैक्षणिक स्तर, जांचा पोषाहार हिण्डौनसिटी. उपजिला कलक्टर सुरेशचन्द बुनकर ने मंगलवार को पटोंदा के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने विद्यालय में मिड डे मील, विद्यालय रिकाड्र्स आदि की जांच की।
इस दौरान एसडीओ ने विद्यार्थियों की क्लास लेकर उनके शैक्षणिक स्तर की जांच की। उन्होंने कक्षा 12वीं के छात्रों से कई सवाल पूछे। जिसमें छात्रों ने कई सवालों का सही जवाब दिया तो कई के उत्तर नहीं दे सके। एसडीएम ने करीब एक घण्टे क्लास लेकर विद्यार्थियों को भारतीय संविधान के बारे में जानकारी दी।
इसके साथ ही उन्होंने विद्यालय का रिकार्ड जांचा और पोषाहार को चखकर देखा, जो ठीक मिला। इस दौरान प्राचार्य रामनिरी बैनीवाल ने एसडीओ को बताया कि स्कूल में करीब 400 विद्यार्थियां हैं, लेकिन बैठने के लिए पर्याप्त कक्षा कक्ष नहीं हैं। इस पर एसडीओ ने उच्च अधिकारियों को अवगत कराने की बात कही।
इसी प्रकार पंचायत के गांव कजानीपुर स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में भी पोषाहार की जांच की। यहां पर पेयजल की समस्या सामने आई।