दोपहर करीब साढ़े बारह बजे बादल छाए और बूंदाबांदी का दौर शुरू हुआ। इसके बाद तेज बारिश हुई। लोग अच्छी बारिश की आस लगा रहे थे, लेकिन करीब 15 मिनट बाद ही बारिश का दौर थम गया। हालांकि बारिश से स्टेशन रोड मार्ग, चौपड़ के समीप, कटरा बाजार, डेम्प रोड आदि सडक़ मार्गों के किनारे व गड्ढों में पानी भर गया।
इससे वाहन चालकों और राहगीरों को परेशानी झेलनी पड़ी। इसके बाद मौसम साफ हो गया और कभी तेज तो कभी मंद धूप खुली। इससे उमस भी होने से लोग व्याकुल हुए। इसके बाद शाम को एक बार फिर आसमां में घने बादल छाए तो लोग फिर से अच्छी बारिश की उम्मीद करने लगे, लेकिन चंद मिनट ही बूंदाबांदी होने से लोग निराश हुए। गौरतलब है कि क्षेत्र में मानसून के पहले दौर में ठीक बारिश हुई, लेकिन सावन माह शुरू होने के बाद बारिश का दौर सुस्त पड़ गया था।
किसानों के खिले चेहरे
क्षेत्र के गांवों में बारिश से किसानों के चेहरे खिल गए। एक पखवाड़े से बारिश का दौर सुस्त पडऩे से मुरझाई फसल को जीवनदार मिला। किसानों ने बताया कि बारिश थमने और धूप पडऩे से बाजरा, ज्वार आदि की फसल सूखने लगी थी। वहीं बाजरा में फडक़ा रोग भी लग गया। अब बारिश होने से फसल को फायदा होगा।
इसी प्रकार महू कस्बे के आस पास के क्षेत्र में 1 घंटे रुक रुक कर बरसात हुई। बारिश से किसानों के चेहरे खिल गए। हालांकि बाजार व मुख्य रास्तों में पानी भरने से आवागमन बाधित हुआ। इधर बारिश से किसानों के चेहरों पर मुस्कान आ गई। किसानों ने बताया कि यह बारिश फसल को अमृत समान है।
क्षेत्र के गांवों में बारिश से किसानों के चेहरे खिल गए। एक पखवाड़े से बारिश का दौर सुस्त पडऩे से मुरझाई फसल को जीवनदार मिला। किसानों ने बताया कि बारिश थमने और धूप पडऩे से बाजरा, ज्वार आदि की फसल सूखने लगी थी। वहीं बाजरा में फडक़ा रोग भी लग गया। अब बारिश होने से फसल को फायदा होगा।
इसी प्रकार महू कस्बे के आस पास के क्षेत्र में 1 घंटे रुक रुक कर बरसात हुई। बारिश से किसानों के चेहरे खिल गए। हालांकि बाजार व मुख्य रास्तों में पानी भरने से आवागमन बाधित हुआ। इधर बारिश से किसानों के चेहरों पर मुस्कान आ गई। किसानों ने बताया कि यह बारिश फसल को अमृत समान है।